वाराणसी में PM नरेंद्र मोदी का कार्यालय बेच कर करोड़पति बनने का चाय की दुकान पर मिला था सुझाव

पीएम नरेंद्र मोदी का संसदीय जनसंपर्क कार्यालय ऑनलाइन साइट ओएलएक्‍स पर बेचने का प्‍लान चाय पीते पीते आ गया। जी हां, यकीन नहीं करेंगे लेकिन साढे सात करोड़ रुपये की डील करने के लिए पीएम का कार्यालय बेचने के लिए चाय की अड़ी पर चार दोस्‍तों के बीच प्‍लान बना और उसे अमलीजामा भी पहना दिया। हालांकि, हाई प्रोफाइल मामला होने के चलते पुलिस सक्रिय हुई और चारों आरोपित पकड़ लिए गए।पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपित चंदौली के नियमताबाद में दिव्यांगों के स्कूल में शिक्षक व पीएचडी होल्डर है। पुलिस को यह सफलता मुख्य आरोपित के मोबाइल नंबर से सर्विलांस के जरिए मिली।

वाणिज्यिक साइट पर संसदीय कार्यालय को बेचने का विज्ञापन आने के बाद से चर्चा का विषय बना हुआ था। एसएसपी अमित पाठक ने इस विज्ञापन को ओएलएक्स से हटवा दिया था। साथ ही मामले की जांच कराई जा रही थी। संसदीय जनसंपर्क कार्यालय की कीमत करीब साढ़े सात करोड़ लगाई गई थी। आनलाइन प्लेटफार्म ओएलएक्स के मुताबिक मुख्य आरोपित लक्ष्मीकांत ओझा ने इस विज्ञापन को पोस्ट किया था। विज्ञापन में पीएम संसदीय कार्यालय के चार फोटो भी पोस्ट किए गए थे। इसके अलावा पोस्ट में भवन का स्पेस एरिया 6500 स्क्वाएर फिट बताया गया था। हालांकि, ओएलएक्स पर डाले गए विज्ञापन में प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय का पता गलत पोस्ट किया गया है। वर्तमान में यह कार्यालय गुरुधाम कालोनी में है जबकि इस पोस्ट में कृष्ण देव नगर बताया गया था। एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में जो जानकारी मिली है, उसकी सच्चाई का पता लगाया जाएगा।

मुख्य आरोपित लक्ष्मीकांत ओझा

पेशा – आशुतोष इंग्लिश स्कूल सरने नियमताबाद, थाना अलीनगर, दिव्यांग बच्चों के स्कूल में अध्यापक।

मंशा – कमीशन के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन डाला गया था। इस पैसे से बच्चों के लिए स्कूल बस लेना चाहता है।

मनोज यादव

पेशा : पूरनदास मंदिर, गांधी चौक खोजवा में दूध – दही की दुकान।

मंशा : परिचित आरोपित बाबू लाल पटेल ने मकान की बिक्री के बाबत पूछा था। इसकी जानकारी मुख्य आरोपित लक्ष्मीकांत ओझा को दी थी। इसके बाद लक्ष्मीकांत ने बिना उसे जानकारी दिए मकान बेचने का विज्ञापन ओएलएक्स पर डाला था।

बाबू लाल पटेल

पेशा : बिजली मिस्त्री व कमीशन के लिए किराए पर मकान दिलाना।

मंशा : पहले जब प्रधानमंत्री संसदीय जनसंपर्क कार्यालय गुरुधाम कालोनी में नहीं था। उस समय पता चला था कि बैंक द्वारा मकान की नीलामी की जा रही है। इस पर उसने आरोपित मनोज यादव को इस बारे में बताया था।

जितेंद्र कुमार वर्मा

पेशा : गुरुधाम कालोनी स्थित बैंक आफ बड़ौदा के सामने चाय की दुकान।

मंशा : मकान बेचने के संबंध में लोग मेरी दुकान पर चर्चा करते थे। इस पर आरोपित बाबू लाल पटेल को उस मकान की बिक्री के बारे में बताया था।

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