भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारत को ऐतिहासिक 2-1 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कराई, उन्होंने कहा है कि वह विश्व कप 2019 में भारत को मुकाबला नहीं जिताने से निराश थे। 23 वर्षीय रिषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के तीन मैचों में 274 रन बनाए थे। चौथे टेस्ट के पांचवें दिन उन्होंने 118 गेंदों में नाबाद 89 रन की पारी खेली, जिससे भारत ने ऑस्ट्रेलिया के गाबा किले को तोड़ दिया और अपनी लगातार दूसरी टेस्ट सीरीज जीती।
बाएं हाथ के बल्लेबाज रिषभ पंत ने वरिष्ठ खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार को दिए एक इंटरव्यू में कहा है, “वर्ल्ड कप 2019 से अब तक का यह सफर काफी अच्छा रहा है। उतार-चढ़ाव आए हैं, विश्व कप एक बड़ा अवसर था, क्योंकि यह हर 4 साल में एक बार आता है, लेकिन मैं अपने 30 रन के स्कोर के आसपास सेमीफाइनल में आउट हो गया था, मैं बहुत निराश था, क्योंकि वह मेरे लिए सबसे बड़े अवसरों में से एक था।” पंत ने उस मैच में 32 रन बनाए थे, जिसे न्यूजीलैंड की टीम ने 19 रन से जीता था।
उन्होंने आगे कहा, “मैं खुश नहीं था कि मैं अपनी टीम के लिए मैच नहीं जीत सका। मेरे करियर ने वर्ल्ड कप के बाद कमबैक किया, लेकिन फिर धीरे-धीरे मैंने खेल के प्रति अपना ध्यान बढ़ाना शुरू कर दिया, क्योंकि जीवन में हमेशा सुधार की गुंजाइश होती है। मैंने महसूस किया है कि आप कितना सुधार कर सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है, यही मुझे पिछले 2 वर्षों में पता चला है। मुझे लगता है कि अच्छी चीजें तब होंगी जब आप खुद को बेहतर बनाए रखेंगे और उन चीजों पर ध्यान केंद्रित करेंगे जो आप करना चाहते हैं।”
रिषभ पंत को वर्ल्ड कप 2019 के बीच में टीम इंडिया में जगह मिली थी। उनको शिखर धवन की जगह मौका मिला था। वहीं, टेस्ट क्रिकेट को लेकर उन्होंने कहा है कि उनके लिए टेस्ट मैच में जीत मिलना पहला विकल्प है। ड्रॉ की ओर वे दूसरे विकल्प की तरह देखते हैं।