टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने बताया है कि वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला टाई होने पर वर्ल्ड कप के विनर का ऐलान कैसे होना चाहिए था। सचिन तेंदुलकर ने आइसीसी के नियम पर सवाल नहीं उठाया है, लेकिन खेल भावना के तहत क्या होना चाहिए था इस बात का जिक्र किया है।
बैटिंग लीजेंड सचिन तेंदुलकर ने मंगलवार को कहा है कि वर्ल्ड कप का फाइनल और सुपरओवर टाई होने के बाद विजेता टीम का फैसला बाउंड्री काउंट के आधार पर नहीं, बल्कि एक और सुपरओवर कराकर होना चाहिए था। सचिन तेंदुलकर ने कहा है, “मुझे लगता है कि फाइनल में एक और सुपरओवर होना चाहिए था। फाइनल ही नहीं, बल्कि हर एक मुकाबला अहम होता है। फुटबॉल में भी समय लगता है, इसमें कोई बात नहीं होती।
सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया के उपकप्तान रोहित शर्मा की हां में हां मिलाते हुए कहा है कि इस नियम में बदलाव होना चाहिए। रोहित शर्मा ने भी आइसीसी के इस फैसले पर सवाल उठाया था। इसके अलावा टीम इंडिया को सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड की टीम के हाथों मिली हार का भी जिक्र किया है कि भारत 40-45 मिनट का खराब खेल खेलकर वर्ल्ड कप से बाहर हो गया।
सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडया के कप्तान विराट कोहली के उस बयान का भी समर्थन किया है, जिसमें विराट ने कहा था कि वर्ल्ड कप में आइपीएल की तरह नॉकआउट मुकाबले होने चाहिए जिससे टॉप की दो टीमों को फाइनल में जाने का दो बार मौका मिलता है। सचिन तेंदुलकर ने कहा, “प्वाइंट्स टेबल में जो टॉप की दो टीमें होती हैं उन्हें भी इस बात का फायदा मिलता है क्योंकि लीग स्टेज में अच्छा प्रदर्शन किया है। यही लाभ टीम को वर्ल्ड कप में भी मिलना चाहिए।”