चंडीगढ़ के चर्चित वर्णिका कुंडू छेड़छाड़ मामले के मुख्य आरोपी BJP के वरिष्ठ नेता सुभाष बराला के बेटे विकास बराला ने खुद को निर्दोष बताया है. विकास बराला पांच महीने जेल में रहने के बाद शुक्रवार को जमानत पर जेल से बाहर आया है और जेल से बाहर आते ही विकास ने कहा है कि वह पूरी तरह निर्दोष है.
इतना ही नहीं विकास बराला ने यहां तक कहा कि इस पूरे मामले में असली पीड़ित वह खुद है. विकास बराला पांच महीने बाद शुक्रवार को जेल से रिहा हुआ, हालांकि शुक्रवार को वह मीडिया के सामने नहीं आया. रिहा होने के एक दिन बाद शनिवार को विकास ने एक बयान जारी कर मीडिया के समक्ष अपना पक्ष रखा है.
विकास बराला ने कहा, “आप सब पिछले पांच महीने से मेरे बारे में तरह तरह की बातें सुन रहे हैं. सबसे पहले तो मैं आप सबको यह बता देना चाहता हूं कि मैं पूरी तरह निर्दोष हूं. मुझ पर जो भी आरोप लगे हैं वह झूठे और निराधार हैं. वास्तविकता में इस केस का असली विक्टिम मैं ही हूं.”
विकास बराला ने कहा कि इन पांच महीनों के दौरान एकबार भी उसका पक्ष नहीं सुना गया. विकास बराला ने साथ ही आरोप लगाया कि पिता के राजनीति में होने के चलते उसे राजनीतिक बदले का शिकार बनाया गया और उसके पिता सुभाष बराला की राजनैतिक छवि खराब करने की राजनीतिक साजिश रची गई.
विकास बराला ने कहा, “मैं शब्दों में आप सबको यह बयां नहीं कर सकता कि इन पांच महीनों में मेरी मां, मेरी बहन, मेरे परिवार, मेरे अपनों के ऊपर किस तरह का टार्चर हुआ है. मेंटल टार्चर से वह गुज़रे हैं, एक ट्रॉमा से वे गुजरे हैं, एक असहनीय पीड़ा से वह गुज़रे हैं.”
बता दें कि शुक्रवार को जेल से बाहर आने के बाद विकास बराला सबसे पहले अपनी मां के पास गया और गले लगकर फूट-फूटकर रोया. उसने अपनी मां से कहा कि वह इस मामले में पूरी तरह निर्दोष है. उसको गलत तरीके से फंसाया गया है. इसके बाद वह अपनी मां और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सीधे मंदिर गया, जहां पूजा-अर्चना की. हालांकि इस पूरे प्रकरण से मीडिया को दूर रखा गया.
जेल से बाहर आने के बाद विकास बराला ने किसी से बात नहीं की और सीधे गाड़ी में अपने दोस्तों के साथ वहां से रफूचक्कर हो गया. मालूम हो कि हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला को आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका कुंडू से छेड़छाड़ करने, अपहरण की कोशिश और पीछा करने के आरोप में जेल जाना पड़ा था.
दोनों आरोपियों ने जमानत के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी. गुरुवार को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने मामले में विकास बराला और उसके दोस्त आशीष को जमानत दे दी. वहीं, इससे एक दिन पहले बुधवार को इस मामले में वर्णिका से क्रॉस एग्जामिनेशन खत्म हुआ.
यह था मामला
चंडीगढ़ में चार अगस्त की रात करीब 12 बजे हरियाणा के आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका अपनी कार से जा रही थीं, तभी कार सवार दो लड़कों ने उसका पीछा किया. उसकी कार के आगे अपनी कार लगाकर उसे रोकने की कोशिश की और कार के शीशे पर हाथ मारे. वर्णिका ने 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को बुलाया और तभी पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया था.
इस वर्णिका कुंडू मामले में चार अगस्त 2017 को चंडीगढ़ के सेक्टर 26 पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज हुई थी, जिसमें शराब पीकर गाड़ी से पीछा करने और अपहरण की कोशिश करने जैसे संगीन मामले दर्ज हुए थे. इस घटना के दो दिन बाद ही आरोपी विकास बराला और उसके दोस्त आशीष को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था. काफी ड्रामेबाजी के बाद उसे सलाखों के पीछे जाना पड़ा था. उस वक्त विकास बराला ऐसा फंसा की तमाम रसूख धरे के धरे रह गए थे. विकास बराला पिछले पांच महीने से चंडीगढ़ की बुड़ैल जेल मे बंद था.