कोरोना महामारी संक्रमण के इस समय में ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस का चलन काफी बढ़ गया है। लेकिन इस प्रकार के वर्चुअल कॉन्फ्रेंस और वेबनार में हिस्सा लेने वाले कई लोगों के फोन बिल में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के संज्ञान में इस प्रकार के कई मामले आए हैं। इसके बाद TRAI ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए या वर्चअल मीटिंग ज्वाइन करते समय लोगों को सचेत रहने की एडवायजरी जारी की है।
TRAI ने अपनी एडवायजरी में यूजर्स को सलाह देते हुए कहा कि कई लोगों को ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस ज्वाइन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय नंबर जारी किए गए जिसे डायल करने से उनके बिल में भारी बढ़ोतरी देखी गई।
ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस ज्वाइन करने के लिए लोगों को एप डाउनलोड करना पड़ता है या दिए गए नंबर पर डायल करना होता है। कई बार उपभोक्ताओं को अंतरराष्ट्रीय या प्रीमियम नंबर जारी किए जा रहे हैं।
TRAI के मुताबिक ऐसा भी देखने में आया है कि इस प्रकार के प्लेटफॉर्म के कस्टमर केयर नंबर भी प्रीमियम या अंतरराष्ट्रीय होते हैं। इस प्रकार के नंबर डायल करके वीडियो कॉल से जुड़ने पर ग्राहकों को अंतरराष्ट्रीय दर से भुगतान करना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में TRAI ने ग्राहकों को सचेत करते हुए कहा कि उन्हें वीडियो कॉलिंग या कॉन्फ्रेंस ज्वाइन करने से पहले जारी नंबर को सावधानीपूर्वक जांच लेनी चाहिए ताकि बाद में उन्हें भारी बिल नहीं चुकाना पड़े।
बता दें कि कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति में स्कूल-कॉलेज की कक्षाओं से लेकर ऑफिस-बिजनेस की मीटिंग तक का काम ऑनलाइन हो रहा है। वेबनार या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही मीटिंग हो रही हैं।
ऐसे में लोगों को भारी-भरकम बिल का सामना करना पड़ रहा है। मामले की शिकायत आने के बाद TRAI ने ये एडवाइजरी जारी कर सभी को सचेत किया है। TRAI ने अंतरराष्ट्रीय वीडियो और ऑडियो कॉलिंग के लिए उपयोग में लाए जा रहे एप की शर्तों को ध्यान से पढ़ने की सलाह दी है।
TRAI ने ये भी कहा कि अंतरराष्ट्रीय नंबर डायल करते हैं तो उपभोक्ताओं को आईएसडी की दरों से भुगतान करना पड़ेगा। यहां यूजर्स की जानकारी के लिए बता दें कि TRAI ने पिछले महीने ही अंतरराष्ट्रीय कॉल टर्मिनेशन चार्ज में बढ़ोतरी की है। पहले यह 30 पैसे प्रति मिनट थी जिसे अब 35.65 पैसे प्रति मिनट कर दिया है।