एजेंसी/ नई दिल्ली : पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को मिली हार के बाद अब पार्टी में मंथन का दौर है। जहां वरिष्ठ नेता पार्टी में नेतृत्व पर उठे सवालों पर चिंतन कर रहे हैं। पार्टी में एक बड़े बदलाव की मांग की जा रही है। इस तरह की मांग के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री ने करीब दर्जनभर वरिष्ठ नेताओं को अवकाश लेने के लिए निर्देशित किया है। दरअसल अपील की गई है कि वरिष्ठ नेताओं को छुट्टी पर भेज दिया जाए जिससे वे तनाव और अन्य बातों का अनुभव न कर सकें। दूसरी ओर यह भी कहा गया है कि पार्टी के वरिष्ठ नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिग्भ्रमित कर रहे हैं।
इस मामले में वी किशोर चंद्र देव ने चेतावनी देते हुए कहा कि मोदी सरकार पहले नहीं तो फिर 2019 में चली जाएगी। यदि कांग्रेस ने कमर कसकर अपनी तैयारी नहीं की तो फिर राज्यों में छोटे – छोटे क्षेत्रीय दल उठ खड़े होंगे। देव ने दिल्ली का उदाहरण दिया, ऐसे में आम आदमी पार्टी उभरी और सत्ता पर काबिज हो गई। देव ने डर जाहिर करते हुए कहा कि इस तरह का फॉर्मूला 15- 20 राज्यों में रिपीट किया जा सकता है। इस समय किसी तहर का क्षेत्रीय दल प्रभावी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस यदि अपना मंथन करे तो वह बुरे दौर से उबर सकती है। इस मामले में वी किशोर चंद्रदेव ने चेतावनी देते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार वर्ष 2019 में अधिक प्रभावी नहीं होगी।
उनका कहना था कि पार्टी आत्ममंथन कर चुकी है। इस मामले में अब कदम उठाने की जरूरत है। चंद्रदेव का कहना था कि कांग्रेस में सोनिया गांधी को भटकाने का प्रयास भी कम लोग नहीं कर रहे हैं। ऐस में ऐसे नेताओं को उनसे दूर करने की जरूरत है। कुछ नेता ऐेसे हैं जो अपने लिए महत्वपूर्ण पद और मंत्रालय पाने के लिए कुर्सियों का खेल खेलते रहे हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि देवराज अर्स और जे. वेंगल राव महत्वपूर्ण और लोकप्रिय नेता नहीं थे मगर जब उन्हें इंदिरा गांधी ने कर्नाटक और आंध्रप्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया और आज तक लोग उनके कार्यकाल को याद करते हैं। उनहोंनक कांग्रेस में इस तरह के नेताओं की जरूरत पर बल दिया।