वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोजेक्ट (ओडीओपी) योजना को लागू करने की रणनीति पर मंगलवार को अफसरों ने चर्चा की। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचौरी ने अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त (आईआईडीसी) डॉ. अनूप चंद्र पांडेय व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ इसके क्रियान्वयन का खाका खींचा।
बैठक में योजना से जुड़े उद्यमियों का जिलेवार सर्वे कराने का फैसला हुआ। इसके बाद जिलेवार सम्मेलन कर ओडीओपी से जुड़े उत्पादकों के कारोबार को आगे बढ़ाने व नए उद्यमियों को योजना से जोड़ने का काम होगा।
मंत्री ने बताया कि ओडीओपी योजना से अगले पांच साल में 20 लाख लोगों को रोजगार दिलाने का लक्ष्य है। इसके लिए जिलेवार उत्पाद चिह्नित किए जा चुके हैं। उद्यमियों का जिलेवार सर्वे होने के बाद इनका रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। फिर क्षेत्रीय स्तर पर हस्तशिल्पियों व लघु उद्यमियों का सम्मेलन होगा।
आगरा, बनारस, मुरादाबाद व लखनऊ में ये सम्मेलन प्रस्तावित हैं। इसके बाद जिलेवार सम्मेलन करेंगे। पचौरी ने बताया कि जिलों में सम्मेलन कर उद्यमियों को मुद्रा योजना व अन्य योजनाओं से ऋण दिलाया जाएगा और उन्हें सस्ते दर पर कच्चा माल उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्पादों को ऑनलाइन शॉपिंग से जोड़ा जाएगा
उद्यमियों के उत्पादों की मार्केटिंग के लिए एजेंसी चयनित की जाएगी। इन उत्पादों को अंतर्राष्ट्रीय मार्केट उपलब्ध कराने के लिए इन्हें ऑनलाइन शॉपिंग से भी जोड़ा जाएगा। आईआईडीसी डॉ. पांडेय ने बताया कि मंत्री के निर्देशन में योजना को समयबद्ध ढंग से लागू कराया जाएगा।
यह योजना एक महीने में जमीन पर दिखने लगेगी। बैठक में अपर मुख्य सचिव हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग मुकुल सिंघल, प्रमुख सचिव एमएसएमई अनिल कुमार और आयुक्त एवं निदेशक उद्योग रमारमण भी शामिल हुए।