लोहरदगा जिले में अभी कर्फ्यू लागू है। सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। सुरक्षा बल के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। रैपिड एक्शन फोर्स के जवान शहर के अलग-अलग हिस्सों में फ्लैग मार्च करते हुए शांति व्यवस्था कायम करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों को घर में ही रहने की सख्त हिदायत दी गई है। पुलिस के वाहन लगातार शहर में भ्रमण करते हुए सुरक्षा व्यवस्था का एहसास कराने का प्रयास कर रहे हैं। जिला प्रशासन द्वारा लोगों को अफवाह ना फैलाने और शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है।
लोहरदगा रेलवे स्टेशन में यात्री अपने गंतव्य की ओर जाने के लिए परेशान हैं। 2 दिनों तक रेल सेवा बाधित रहने के बाद शनिवार को मेमो ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ है। जिससे कि यात्रियों को कुछ हद तक राहत मिली है। हालाकी बस और छोटे यात्री वाहनों का परिचालन अभी बंद है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोहरदगा जिले में अभी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। हालांकि कहीं से कोई भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है।
शुक्रवार की रात अफवाह और बेवजह के शोरगुल की वजह से स्थिति कुछ तनावपूर्ण हो गई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन को शांति व्यवस्था कायम करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को देर रात तक शहर के अलग-अलग हिस्सों में भागदौड़ करते हुए माहौल को शांत करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। धर्म विशेष के नारों की वजह से स्थिति थोड़ी नाजुक हो गई थी। बाद में पुलिस प्रशासन ने संयम और सतर्कता के साथ कदम उठाते हुए वातावरण को बेहतर बनाने की कोशिश की है।
शहर में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है। दुकानें बंद हैं, यात्री वाहनों का परिचालन नहीं हो रहा है। सरकारी दफ्तरों में भी सन्नाटा पसरा हुआ है। आवश्यक सेवाओं के बंद रहने की वजह से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। जिले के सभी क्षेत्रों तक अखबार भी नहीं पहुंच पाए। यहां तक कि दूध के लिए भी लोगों को कोई व्यवस्था नहीं मिल पाई है।
दैनिक उपयोग के सामान भी उपलब्ध नहीं हो रहे हैं। हर तरफ पुलिस बल के जवान नजर आ रहे हैं। पुलिस के आला अधिकारी लगातार क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं। कहीं से भी लोगों को एक जगह जमा नहीं होने दिया जा रहा है। सभी को घर के अंदर ही रहने की सख्त हिदायत जारी कर दी गई है।