कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिए देश की कई बड़ी कंपनियां आगे आई हैं. इसी के तहत ऐप आधारित कैब सुविधा देने वाली कंपनी ओला के फाउंडर ने अपने ड्राइवर्स के लिए खास फंड का ऐलान किया है.
ओला के को-फाउंडर भाविश अग्रवाल ने कहा, ‘लॉकडाउन में लाखों ड्राइवर्स और उनके परिजनों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है. उनकी मदद के लिए हम ‘ड्राइव द ड्राइवर’ फंड शुरू कर रहे हैं. मैं इस फंड में अपनी अगले साल की सैलरी दे रहा हूं. वहीं ओला की ओर से इस फंड में 20 करोड़ रुपये दिए जाएंगे.’ बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन में ओला की सर्विस ठप है.
मारुति ने किया ये ऐलान
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी अपने प्लांट में वेंटिलेटर, मास्क और पर्सनल प्रोटेक्शन इक्विपमेंट यानी पीपीई का निर्माण शुरू करने वाली है.जानकारी के मुताबिक AgVa हेल्थकेयर के साथ प्रति माह 10,000 वेंटिलेटर का निर्माण करने योजना है.
इसी तरह, हुंडई मोटर इंडिया की कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) इकाई ने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए दक्षिण कोरिया से आधुनिक जांच किट मंगाने की घोषणा की है. कंपनी ने कहा कि इन आधुनिक जांच किट के जरिये वह करीब 25,000 लोगों की संक्रमण जांच में मदद कर सकेगी. हुंडई के अधिकारी के मुताबिक किट की आपूर्ति मिल जाने पर केंद्र और राज्य सरकारों के साथ बातचीत कर प्रभावित इलाकों के अस्पतालों को इनका वितरण करेंगे.
इसके अलावा सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज लि. ने भारत की कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 25 करोड़ रुपये की दवाइयां और सैनिटाइजर देने की घोषणा की है. कंपनी ने कहा कि वह इस लड़ाई में अपनी ओर से हाइड्रोक्लोरोक्विटन (एचसीक्यूएस) एजिथ्रोमाइसिन और अन्य संबंधित दवाइयां तथा सैनिटाइजर उपलब्ध कराएगी.
बता दें कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद द्वारा कोविड-19 पर गठित राष्ट्रीय कार्यबल ने अधिक जोखिम वाली आबादी को संक्रमण से बचाव के लिए एचसीक्यूएस का ‘रोगनिरोधक’ के रूप में इस्तेमाल करने का सुझाव दिया है.