लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा है। कला एवं शिल्प महाविद्यालय के दो सौ से अधिक विद्यार्थियों का पहले नियमों को किनारे रखकर दाखिला ले लिया गया, जब परीक्षा का समय आया तो अधिक उम्र की दलील देते हुए परीक्षा में शामिल होने से रोक दिया। विवि की इस व्यवस्था से आहत विद्यार्थियों ने कुलपति से शिकायत की है।
जानकारों के मुताबिक, दाखिले के लिए 21 वर्ष से अधिक की उम्र नहीं होनी चाहिए। बावजूद इसके बैचलर ऑफ विजुअल आर्ट (बीवीए) के करीब आधा दर्जन से अधिक उन विद्यार्थियों के दाखिले ले लिए गए, जिनकी उम्र 21 वर्ष से अधिक है। यह वे विद्यार्थी हैं जिनकी उम्र 31 जुलाई 2019 को 21 वर्ष से अधिक थी। बताया जा रहा है कि 9 अगस्त को तत्कालीन कुलपति ने विद्यार्थी हितों के चलते आयु सीमा में छूट दिए जाने का निर्देश दिया, मगर सेमेस्टर परीक्षा से इन परीक्षार्थियों को परीक्षा दिए जाने से रोक दिया गया। इसके चलते छात्र परीक्षा देने से वंचित हो रहे हैं। छात्रों ने मामले की शिकायत लविवि प्रशासन से की है।