लद्दाख में चीन से जारी गतिरोध का कोई समाधान जल्द नहीं निकलता देख भीषण सर्दियों की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए भारत ने जबरदस्त तैयारी की है। भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए बेहद दुर्गम इलाकों में तैनात सभी सैनिकों के रहने के लिए बिस्तर, आलमारी, बिजली, पानी, गर्म रहने के लिए हीटर और साफ-सफाई के इंतजाम जैसी सुविधाओं से लैस आधुनिक आवास तैयार कर लिए हैं। सूत्रों ने बताया कि मोर्चे पर मौजूद सैनिकों की तैनाती के हिसाब से उनके लिए गर्म टेंट की व्यवस्था की गई है।
सूत्रों ने बुधवार को बताया कि भारतीय सेना की मौजूदगी वाली कुछ जगहों पर नवंबर के बाद से भीषण सर्दियों में तापमान शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे तक गिर जाता है। इसके अलावा ज्यादा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सर्दियों के दौरान 30 से 40 फीट तक बर्फ पड़ने की भी संभावना है। सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो में सेना की तैयारियां साफ दिखाई पड़ रही हैं।
इन रिहायशी आवासों में कई कमरे में हैं। इसके अलावा सैनिकों की किसी भी आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नागरिक बुनियादी ढांचे भी बनाए गए हैं। इनके बन जाने से सर्दियों के मौसम में भारतीय सेना की ऑपरेशनल क्षमता में इजाफा होगा। सेना के पास अब तक सर्दियों में तैनाती के लिए स्मार्ट कैंप मौजूद थे। नए आवास उनकी कमी भी पूरी करेंगे।
लद्दाख में सीमा के दोनों ओर से करीब 50-50 हजार सैनिक तैनात पूर्वी लद्दाख में सीमा को लेकर विवाद जारी है। दोनों देशों की सेनाएं मई से कई बार आमने सामने भी आ चुकी हैं। 15 जून को गलवां में भारत चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे, जबकि चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। वहीं, इसके बाद से दोनों देशों ने इस इलाके में बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की है।