स्वप्नदोष में दरअसल नींद में ‘रंगीन’ सपनों के माध्यम से ऑर्गेज्म का अनुभव होता है और वीर्यपात होता है। महिलाएं भी स्वप्न दोष जैसी समस्याओं की शिकार होती है। हालांकि अभी तक यही माना जाता था कि सिर्फ पुरूष ही ऐसी समस्याओं से परेशान है।
शोध रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 1953 में डॉ अल्फ्रेड किंस्ले ने लगभग 6 हजार महिलाओं पर शोध किया, इनमें से 37 फीसदी महिलाओं ने माना कि 45 साल की उम्र तक कम से कम एक बार उन्हें स्वप्नदोष का अनुभव हुआ है। जिन महिलाओं को सेक्स जीवन में ऑर्गेज्म की प्राप्ति कम होती है, उनके साथ स्वप्नदोष की समस्या ज्यादा होती है।
$क्सप्लेनेशन्स नाम की किताब लिखने वाले डॉ बेली के अनुसार, नींद में भावनाओं पर हमारा नियंत्रण कमजोर पड़ जाता है और हमारी दबी हुई भावनाएं, चाहतें सांकेतिक तौर पर उभरकर समने आ जाती हैं. बेली के अनुसार, कई महिलाएं नींद में अपेक्षाकृत जल्दी ऑर्गेज्म हासिल कर लेती हैं।