लखनऊ के लोहिया अस्पताल का हाल. बिजली गुल, मोबाइल की रोशनी में मरीज देख रहे डॉक्टर
April 5, 2018
उत्तरप्रदेश, राज्य, लखनऊ
लोहिया अस्पताल का बिजली संकट दूसरे दिन बुधवार को भी दूर नहीं हो सका। शाम को अंधेरा होने के साथ ही अस्पताल में दिक्कत बढ़ने लगी। एक समय ऐसा आया कि जेनरेटर में भी डीजल खत्म हो गया। इस दौरान इमरजेंसी में मोबाइल की रोशनी में डॉक्टरों ने मरीज देखे। एक तरफ अंधेरा दूसरी तरफ गर्मी व उमस ने मुश्किलें और बढ़ा दीं। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती बच्चे गर्मी के चलते बेहाल हो गए। किसी तरह से तीमारदारों ने मोबाइल की रोशनी कर उन्हें संभालने और चुप कराने की कोशिश की। इमरजेंसी में भर्ती गुड़िया, कृष्ण, श्याम मोहन, व तमन्ना का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
अस्पताल कर्मचारियों का कहना है कि पहले लगा सामान्य बात होगी, थोड़ी देर में लाइट आ जाएगी। 10-15 मिनट तक जब लाइट नहीं आई तो इसकी जानकारी की गई। उपकेंद्र पर बताया गया कि वहां से लाइट की सप्लाई चालू है। जांच करने पर पता चला कि लोहिया अस्पताल से ही कोई खराबी है। इसके बाद उपकेंद्र के बिजलीकर्मी जाकर उसकी मरम्मत करने पहुंचे। देर रात तक मरम्मत का काम जारी था।
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह 11:30 बजे से लोहिया अस्पताल में बिजली गुल हुई थी। इससे इमरजेंसी समेत सभी वार्डों में अंधेरा छा गया। पंखे-एसी बंद हो गए। इस दौरान अस्पताल में बिजली गुल होने से एमआरआई, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड व पैथोलॉजी जांच प्रभावित रहीं थीं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के ईएमओ डॉ. मो. कासिम का कहना है कि मैं यहां आठ बजे से हूं, तब से अब तक बिजली गुल है।। जेनरेटर से ही बिजली सप्लाई की जा रही है। डीजल खत्म होने की मुझे जानकारी नहीं है। मंगलवार को जेसीबी की खोदाई से केबल में फॉल्ट आया था, तब से अब तक बिजली विभाग फॉल्ट ढूंढ नहीं सका है। इलाज में कोई बाधा नहीं आई है।
लेसा का दावा, अस्पताल में गड़बड़ी के कारण नहीं दे पा रहे बिजली
लेसा के अधिकारियों ने बताया कि उपकेंद्र से बिजली की सप्लाई चालू है, लेकिन अस्पताल में किसी गड़बड़ी की वजह से लाइट नहीं जा रही। रात 11 बजे हमें खराबी की जानकारी मिली, तब से बिजली कर्मचारी फॉल्ट का पता लगाने में जुटे हैं।
मोबाइल की रोशनी में मरीज देखते डॉक्टर।
अव्यवस्था से मरीज बेहाल रहे।
मोबाइल की रोशनी में मरीज देख रहे डॉक्टर लखनऊ के लोहिया अस्पताल का हाल. बिजली गुल 2018-04-05