लखनऊ में हवा की सेहत फिर बिगड़ गई है। पिछले तीन दिनों तक 300 के नीचे रहा औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) रविवार को फिर से बढ़कर 318 पर पहुंच गया। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक गत 28 अक्तूबर को 326 एक्यूआई था। इसके बाद 29 अक्तूबर से यह 300 के नीचे चला गया।
यूपीपीसीबी के मुताबिक रिस्पॉन्स ग्रेडेड एक्शन प्लान पर काम शुरू होने से इसमें कमी आई। लेकिन रविवार को एक्यूआई फिर 300 के ऊपर चले से एक्शन प्लान पर ही सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि, ऐसा पानी का छिड़काव वापस मानक के मुताबिक न होने से भी हो सकता है। वहीं यूपीपीसीबी के अधिकारियों का कहना है कि मौसम में शनिवार रात से बदलाव हुआ है। फॉग भी इस बीच बढ़ा है। इससे एक्यूआई का स्तर बढ़ा मिल रहा है।
इस तरह बढ़ा एक्यूआई
तारीख एक्यूआ
1 नवंबर 318
31 अक्तूबर 226
30 अक्तूबर 219
29 अक्तूबर 270
28 अक्तूबर 32
इधर एक्यूआई बढ़ने से अलीगंज की हवा भी बहुत खराब हो गई है। अभी तक यहां की हवा सुधरी हुई थी। रविवार को यहां का एक्यूआई 316 मिला। तालकटोरा और लालबाग दोनों जगह का एक्यूआई 395 रिकॉर्ड हुआ है। गोमतीनगर की हवा भी खराब होकर 253 एक्यूआई रहा है।
बढ़ते प्रदूषण के बीच सीपीसीबी और यूपीपीसीबी की ओर से जारी एक्यूआई के आंकड़ों में भी अंतर देखने को मिल रहा है। इससे सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डॉ. रामकरन का कहना है कि सीपीसीबी का औसत एक्यूआई चार लोकेशन के आधार पर बनता है।
इसमें एक लोकेशन ही यूपीपीसीबी की है जो कि गोमतीनगर में है। बाकी जगह एक्यूआई मैन्युअल नमूने लेकर उनकी जांच लैब में होती है। इसके आधार पर ही औसत निकालकर एक्यूआई का डाटा तैयार किया जाता है। इसमें अंतर लोकेशन बदलने से भी आ सकता है। कई बार गोमतीनगर का एक्यूआई कम भी रहता है। इससे भी सीपीसीबी की तुलना में अंतर हो सकता है।
ऐसे सामने आया एक्यूआई में अंतर
तारीख सीपीसीबी यूपीपीसीबी
18 अक्तूबर 247 238
17 अक्तूबर 249 199
16 अक्तूबर 185 145
15 अक्तूबर 150 130
14 अक्तूब 180 134
13 अक्तूबर 174 129
12 अक्तूबर 187 170