लोकसभा में आज जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन विधेयक पास हो गया है. इससे पहले सदन में जम्मू-कश्मीर को लेकर लंबी चर्चा हुई. विपक्ष ने भी तमाम सवाल उठाए. धारा 370 हटाए जाने के बाद राज्य के हालातों पर भी सवाल उठाए गए, साथ ही पूछा गया कि वहां क्या बदल गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष के उठाए सभी सवालों पर विस्तार से जवाब दिया. अमित शाह ने पूर्व राज्य का दर्जा देने पर कहा कि उपयुक्त समय पर किया जाएगा.
जम्मू-कश्मीर में मोदी सरकार के काम को गिनाते हुए अमित शाह ने कहा कि जितना काम पूर्व की सरकारों ने 4 पीढ़ियों में किया है, उतना काम हमने 17 महीनों में कर दिया. शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में परंपराए बदल रही है. पहले यहां सिर्फ तीन परिवारों के लोग राज करते थे, अब यहां के सामान्य लोग शासन करेंगे.
गृह मंत्री ने कहा कि किसके दबाव में धारा 370 को इतने दिनों तक बनाए रखा गया. इस देश मे दो निशान, दो विधान और दो प्रधान नहीं रहेंगे, ये हमारा वादा था 1950 से वादा था और नरेंद्र मोदी की सरकार आते ही हमने इसे पूरा कर दिया. गृह मंत्री ने कहा कि धारा 370 पर 17 महीने में विपक्ष हमसे हिसाब मांग रहा है, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 70 सालों तक आपने क्या किया? उन्होंने कहा कि पीढ़ियों तक जम्मू कश्मीर पर शासन करने वाले बताएं.
लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन बिधेयक पर चर्चा के दौरान AIMIM सांसद ओवैसी ने कहा कि गृह मंत्री ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल होगा, लेकिन इधर केंद्र वहां के कैडर को खत्म कर रही है. आखिर सरकार की मंशा क्या है? इस पर शाह ने कहा कि ओवैसी साहब आपके मन मे सुब कुछ हिन्दू मुस्लिम है.
गृह मंत्री ने कहा कि ओवैसी कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर में मुसलमान अफसरों की संख्या कम है. लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि क्या आप अफसरों को भी हिन्दू मुस्लिम के आधार पर बांटेंगे. क्या हिन्दू अफसर मुस्लिम नागरिक से बात नहीं कर सकता है. मुस्लिम अफसर हिन्दू नागरिक से सवाल नहीं पूछ सकता है क्या? आप अफसरों को भी धर्म के आधार पर बांटेंगे.
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