बांग्लादेश ने रोमांचक मुकाबले में जिम्बाब्वे को मात देकर ग्रुप 2 की अंक तालिका में भारत की बराबरी कर ली है। इस जीत के साथ बांग्लादेश के भी 4 पॉइंट हो गए हैं, लेकिन भारत से खराब नेट रन रेट होने के कारण वह दूसरे स्थान पर है। बांग्लादेश ने इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए जिम्बाब्वे के समक्ष 151 रनों का टारगेट रखा था। इस स्कोर के सामने जिम्बाब्वे की पूरी टीम 147 ही रन बना सकी और बांग्लादेश ने 3 रनों से ये मुकाबला अपने नाम कर लिया।
151 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए जिम्बाब्वे की खराब काफी शुरुआत रही। वेस्ले मधेवेरे 4, तो क्रेग एर्विन 8 रन बनाकर आउट हो गए। दोनों ही बल्लेबाजों को तस्कीन अहमद ने पवेलियन भेजा। वहीं इसके बाद मुस्ताफिजुर ने पावरप्ले के अंतिम ओवर में मिल्टन शुंबा (8) के साथ इन फॉर्म सिकंदर रजा (0) को अपना शिकार बनाया। जिम्बाब्वे को 5वां झटका 69 के स्कोर पर रेजिस चकाब्वा के रूप में लगा, जिन्हें 15 के निजी स्कोर पर तस्कीन ने आउट किया। शॉन विलियम्स ने इसके बाद रयान बर्ल के साथ अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम को जीत के नजदीक पहुंचाया, लेकिन वह 19वें ओवर में 64 रन बनाकर रन आउट हो गए।
जिम्बाब्वे की पारी की अंतिम गेंद पर एक अजीबो-गरीब घटना देखने को मिली। जिम्बाब्वे को जीत के लिए 5 रनों की जरूरत थी, ब्लेसिंग मुजराबनी ने बड़ा शॉट खेलना चाहा, लेकिन वह गेंद को कनेक्ट नहीं कर सके। ऐसा लगा कि यहां मुकाबला खत्म हो गया है और सभी खिलाड़ी पवेलियन लौटने लगे। तभी रिप्ले में थर्ड अंपायर ने पाया कि विकेट कीपर नुरुल हसन ने गेंद विकेट से पहले पकड़ी है, जिस कारण इसे नॉ-बॉल दे दिया गया। ऐसे में सभी खिलाड़ियों को अंतिम गेंद के लिए मैदान पर वापस आना पड़ा। हालांकि, इससे परिणाम में सिर्फ एक रन का फर्क पड़ा, क्योंकि अंतिम गेंद पर भी मुजराबनी गेंद को बैट से कनेक्ट नहीं कर पाए।
वहीं, बांग्लादेश ने नजमुल हुसैन शांतो के पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक की मदद से निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 150 रन बनाए। शांतो ने 55 गेंदों पर 7 चौकों और 1 छक्के की मदद से 71 रनों की बेहतरीन पारी खेली। उनके अलावा शाकिब अल हसन ने 23 तो आफीफ हुसैन ने 29 रनों का योगदान दिया। जिम्बाब्वे की तरफ से रिचर्ड नगारवा और ब्लेसिंग मुजरबानी को 2-2 विकेट लिए।