रेलवे के एहतियाती कदमो से पिछले 22 महीने में रेल दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है : रेल मंत्री पीयूष गोयल

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को संसद में बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं और इसका नतीजा है कि पिछले 22 महीने में रेल दुर्घटना में किसी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है. रेल मंत्री ने कहा कि इससे पहले रेल दुर्घटना में 22 मार्च 2019 को एक यात्री की मौत हुई थी.

रेलवे ने सुरक्षा के कैसे कदम उठाए हैं जिससे बीते वर्षों में दुर्घटनाओं में कमी आई है? इसके बारे में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे बोर्ड में कुछ बदलाव हुए हैं जिसमें रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा के लिए डायरेक्टर जनरल का पद बनाया गया है. गोयल ने संसद में एक पूछे गए सवाल के जवाब में बताया कि गवर्मेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) को यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई निर्देश दिए गए हैं.

यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे कई अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़ा है जिनमें टि्वटर, फेसबुक का नाम है. इन सोशल प्लेटफॉर्म के जरिये रेलवे अपने यात्रियों के संपर्क में बराबर रहता है. सुरक्षा के प्रति जागरूक करता है और सुरक्षा से जुड़ी शिकायतों को निपटाता है. महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाती है. पब्लिक एड्रेस सिस्टम के जरिये लगातार अनाउंसमेंट की जाती है और बताया जाता है कि यात्री रेल में सफर के दौरान चोरी, छीना-झपट और नशाखुरानी से कैसे बच सकते हैं.

स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा के लिए इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी सिस्टम (ISS) बनाया गया है जिसमें क्लोज सर्किट टेलीविजन कैमरा नेटवर्क के जरिये सर्विलांस और मॉनिटरिंग की जाती है. देश के लगभग 202 रेलवे स्टेशनों पर बड़े स्तर पर सर्विलांस बढ़ाया गया है जिससे सुरक्षा के स्टैंडर्ड में मजबूती मिली है. ट्रेन और स्टेशन परिसर में अवैध लोग नहीं घुस सकें, इसके लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया गया है.

बड़े स्टेशनों पर सुरक्षा का दायरा बढ़ाने के लिए स्टेशन सिक्योरिटी प्लान बनाया गया है जिसके तहत सुरक्षा की अलग-अलग एजेंसियों की तैनाती के जरिए निगरानी व्यवस्था बढ़ाई गई है. यात्रियों की सुरक्षा में तेजी आए, इसके लिए ट्रेन की 2931 कोच और 668 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. ट्रेनों के लेडिज कंपार्टमेंट्स में इमरजेंसी टॉक बैक सिस्टम और सीसीटीवी लगाए गए हैं. नए बने इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (EMU) और कोलकाता मेट्रो के एंयरकंडीशन रेक में यह सुविधा शुरू कर दी गई है.

भारतीय रेलवे सुरक्षा के अलावा और भी कई मामलों में तेजी से विकास कर रहा है. इसमें रेल लाइनों का बिजलीकरण और फ्रेट कॉरिडोर के माध्यम से माल ढुलाई सबसे खास है. किसान रेल जैसी योजना में भी रेलवे के कार्यों की तारीफ हो रही है. रेलवे हर दिन नए-नए टेक्निकल सुधार कर रहा है. भारतीय रेल द्वारा यात्रियों को नई तकनीक से आधुनिक सुविधाएं देने की दिशा में एक और शुरुआत करते हुए हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी में Smart Window System लगाया गया है. इसके द्वारा यात्री सिर्फ एक स्विच की मदद से विंडो के शीशों को अपनी सुविधानुसार पारदर्शी या अपारदर्शी बना सकते हैं.

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