रूस ने एक बार फिर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है। दिल्ली में मास्को के राजदूत डेनिस अलीपोव ने विश्व मामलों की भारतीय परिषद (ICWA) और रूसी परिषद के बीच गुरुवार को हुई एक वार्ता के दौरान यह बात दोहराई है। उन्होंने कहा कि हम यूएनएससी में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन करते हैं।
डेनिस अलीपोव ने बताया कि रूस यूएनएससी का स्थायी सदस्य बनने के लिए भारत की प्रतिबद्धता का समर्थन करता है। हम जी-20 और एससीओ में भारत की अध्यक्षता को इन महत्वपूर्ण संघों के एजेंडे को पेश करने के अवसर के रूप में देखते हैं।
उन्होंने कहा कि हम सप्लाई चेन, लचीलापन, बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्टार्टअप आर्किटेक्चर को बढ़ावा देने आदि जैसे प्रमुख विषयों पर बहुत बारीकी से काम कर रहे हैं। जिसके जरिए वैश्विक अर्थव्यवस्था को बहाल करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हमने साथ में यह भी महसूस किया कि सफल होने के लिए कृत्रिम अलगाव अधिकारों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए, जो अविश्वास पैदा करने के साथ ही स्थिरता को कमजोर करते हैं।
इसी बीच डेनिस अलीपोव ने यह भी बताया कि रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है और देश की ऊर्जा सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देता है। साथ ही कहा कि मॉस्को को बहुपक्षीय संस्थानों से बाहर करने के संबंध में भारत ने तटस्थ रुख अपनाया है।