रूस में अब दूसरी कोरोना वैक्सीन का मानव ट्रायल भी शुरू हो गया है। आरआईए समाचार एजेंसी ने मंगलवार को बताया कि रूस के एक वायरोलॉजी संस्थान ने दूसरी कोरोना वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो गया है। कोरोना वैक्सीन के मानव ट्रायल के तहत 27 जुलाई को पांच में से एक इंसान को इस कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है। एजेंसी ने बताया कि वैक्सीन की खुराक देने के बाद व्यक्ति ठीक महसूस कर रहा था। आरआईए समाचार एजेंसी ने उपभोक्ता सुरक्षा प्रहरी Rospotrebnadzor के हवाले से जानकारी दी कि वेक्टर वायरोलॉजी संस्थान साइबेरिया द्वारा कोरोना वैत्सीन के ट्रायल के तहत 30 जुलाई को दूसरे इंसान को इसकी खुराक दी जाएगी।

क्लीनिकल ट्रायल रजिस्टर के मुताबिक, मानव ट्रायल के लिए 100 लोगों के रजिस्टर कराने की उम्मीद है। जिनकी उम्र 187 से 60 साल के बीच होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, वेक्टर वायरोलॉजी संस्थान छह अलग-अलग संभावित कोरोना वैक्सीन पर काम कर रहा है। इसके साथ रूस में पहली कोरोना वैक्सीन बनाने पर तेजी से काम चल रहा है। मॉस्को में एक रिसर्च सेंटर गैमलेया संस्थान ने इस महीने की शुरुआत में एडेनोवायरस-आधारित वैक्सीन के शुरुआती मानव ट्रायल को पूरा किया है। कंपनी ने कहा है कि वह अगस्त में बड़े पैमाने पर ट्रायल करने की तैयारी कर रहा है।
गौरतलब है कि रूस ने कहा है कि वह इस साल घरेलू स्तर पर प्रायोगिक कोरोना वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक का उत्पादन करने की योजना बना रहा है, जिसमें एक करोड़ 70 लाख खुराक विदेशों में निर्माण करने की क्षमता है।
दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी पर रोक लगाने की कोशिश जारी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, दुनियाभर में 100 से ज्यादा वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इनमें से चार वैक्सीन मानव ट्रायल के तीसरे चरण में हैं। इसमें से तीन कोरोना वैक्सीन चीन में विकसित की जा रही हैं तो एक वैक्सीन पर ब्रिटेन में ट्रायल चल रहा है।
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