शुक्रवार को महाराष्ट्र और सौराष्ट्र के बीच विजय हजारे ट्रॅाफी खेला जा रहा है। इस मैच में महाराष्ट्र की ओर से खेल रहे रुतुराज गायकवाड़ ने 108 रन की शानदार पारी खेली। इसके साथ ही गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में एक रिकॉर्ड अपने नाम भी कर लिया है। फाइनल में 50 ओवर की समाप्ति पर महाराष्ट्र ने 9 विकेट के नुकसान पर 248 रन बनाए।
गायकवाड़ ने विजय हजारे ट्रॉफी में सबसे ज्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया है। इससे पहले गायकवाड़ ने सेमीफाइनल में जब शतक लगाया था तो उन्होंने रॉबिन उथप्पा की बराबरी की थी, जिन्होंने इस ट्रॉफी में सबसे ज्यादा शतक लगाया था। उन्होंने शु्क्रवार को विजय हजारे ट्रॉफी में रॉबिन उथप्पा के 11 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया और अपना 12वां शतक लगाया।
इस विजय हजारे ट्रॉफी में ऋतुराज गायकवाड़ का प्रदर्शन
सौराष्ट्र के खिलाफ 108 रन (फाइनल)
असम के खिलाफ 168 रन (सेमीफाइनल)
उत्तर प्रदेश के खिलाफ 220* रन (क्वार्टर फाइनल)
बंगाल के खिलाफ 40 रन
रेलवे के खिलाफ 124* रन।
एक ओवर में रुतुराज गायकवाड़ ने जड़े थे 7 छक्के
बता दें कि रुतुराज गायकवाड़ ने इस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में एक ओवर में 7 छक्के जड़े थे, जिसके बाद वो सुर्खियों में बने हुए हैं। इस मैच में रुतुराज ने 159 गेंदों में 10 चौकों और 16 छक्कों की मदद से 220 रनों की नाबाद पारी खेली। उन्होंने एक ओवर में लगातार सात छक्के (एक नो-बॉल सहित) लगाए थे। एक ओवर में 42 रन के सर्वोच्च स्कोर का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
सात छक्के मारने को लेकर रुतुराज ने एक इंटरव्यू में कहा था कि 49वां ओवर स्पिनर डाल रहा था और बाउंड्री शाट था तो मैंने सोचा कि इस ओवर में मैं आगे जा सकता हूं। चौथे गेंद के बाद जो पांचवीं गेंद डाली गई वो नो बाल थी तो मैंने सोचा कि उसके बाद फ्री हिट पर मैं छक्का मार सकता हूं और इसके बाद ही मैंने सोचा कि छह गेंदों पर छह छक्के हो सकते हैं।