शुक्रवार, 10 अक्टूबर को एनएसई पर 15% बढ़कर 50.75 रुपये के अपने दिन के हाई लेवल पर पहुंच गए। इसके पीछे की वजह नए सिरे से खरीदारी में रुचि और मजबूत वॉल्यूम रहे। आंकड़ों के मुताबिक कंपनी के लगभग 7 करोड़ इक्विटी शेयरों का हाथ बदला, जबकि इसके एक सप्ताह और एक महीने के औसत ट्रेडिंग वॉल्यूम 2 करोड़ शेयर प्रत्येक का है। रिलायंस पावर के शेयरों की कीमतों में तेजी को मजबूत ट्रेडिंग वॉल्यूम का सपोर्ट मिला।
वहीं रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर 5 फीसदी की अपर सर्किट पर 241 रुपये पर पहुंच गया
पिछले हफ्ते, रिलायंस पावर ने सूचित किया कि उसे सेबी से रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड से सीएलई प्राइवेट लिमिटेड में निवेश के संबंध में सेबी के नियमों के कथित उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस मिला है।
हालांकि, अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस पावर ने स्पष्ट किया कि उसका उक्त कंपनी से कोई संबंध नहीं है और वह उचित कानूनी कदम उठाएगी।
रिलायंस पावर ने 6 अक्टूबर को एक नियामक फाइलिंग में कहा, “कंपनी का सीएलई प्राइवेट लिमिटेड में कोई निवेश नहीं है। कंपनी इस मामले में कानूनी सलाह के अनुसार उचित कदम उठाएगी।”