रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने परबती कोलडैम ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड (पीकेटीसीएल) में अपनी समूची 74 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री का सौदा पूरा कर लिया है। कंपनी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि उसने पीकेटीसीएल में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री इंडिया ग्रिड ट्रस्ट को की है। यह सौदा 900 करोड़ रुपये में हुआ है।
कंपनी ने कहा कि वह इस राशि का इस्तेमाल अपने कर्ज के बोझ को कम करने के लिए करेगी। इससे कंपनी पर बकाया कर छह फीसदी घटकर 14,000 करोड़ रुपये से 13,100 करोड़ रुपये पर आ जाएगा। कंपनी ने कहा कि उसने पीकेटीसीएल में अपनी समूची हिस्सेदारी की बिक्री इंडिया ग्रिड ट्रस्ट को सफलतापूर्वक पूरी कर ली है।
यह सौदा 900 करोड़ रुपये में हुआ है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के पास हिमाचल प्रदेश और पंजाब में स्थित पीकेटीसीएल में 74 फीसदी हिस्सेदारी थी। यह रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (पीजीसीआईएल) का संयुक्त उद्यम है। इस सौदे की घोषणा नवंबर 2020 में हुई थी और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर तथा इंडिया ग्रिड ट्रस्ट ने इस बारे में पक्के करार पर हस्ताक्षर किए थे।
मालूम हो कि पिछले साल रिलायंस समूह के चेयरमैन अनिल अंबानी के बेटों-जय अनमोल अंबानी और जय अंशुल अंबानी ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया। मामले में कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा था कि दोनों ने निदेशक मंडल में शामिल किए जाने के छह महीने के भीतर इस्तीफा दिया है। उनका इस्तीफा 31 जनवरी 2020 से प्रभाव में आया
अंबानी बंधु अक्तूबर 2019 में निदेशक मंडल में शामिल हुए थे। कंपनी ने 31 जनवरी को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को लिखे खत में यह जानकारी दी थी। मौजूदा समय में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर 29.20 के स्तर पर है और कंपनी का बाजार पूंजीकरण 7.71 अरब रुपये है।