शेयर बाजार तीन माह के निचले स्तर पर पहुंचकर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों में जारी गिरावट का असर सेंसेक्स और निफ्टी में भी देखने को मिला। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने से चार दिन से बाजार में गिरावट का दौर बना हुआ है। हालांकि भारतीय बाजार में यह लगातार सातवां दिन था, जब गिरावट के साथ बाजार बंद हुआ। इस वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज के चार दिन में 70 हजार करोड़ रुपये डूब गए।
सेंसेक्स 230.22 अंक गिरकर 37,558.91 अंकों पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी में 57 अंक लुढ़ककर 11301.80 पर बंद हुआ। इस दौरान सबसे बड़ी गिरावट बैंकिंग और इंफ्रा से जुड़े शेयरों में देखने को मिली। रिलायंस इंडस्ट्रीज और कोल इंडिया के शेयरों में 3.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली।
टीसीएस बनी सबसे बड़ी कंपनी-
रिलायंस के चार दिन में शेयरों में चार फीसदी की गिरावट के चलते 70 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा। आरआईएल मार्केट वैल्यू के मामले में टाटा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस से पीछे छूट गई। इस प्रकार गुरुवार को आरआईएल का 3.50 फीसदी की गिरावट के साथ 1254 रुपये पर कारोबार कर रहा था और कंपनी की वैल्यूएशन घटकर 7.95 लाख करोड़ रुपये रह गई। वहीं टीसीएस 8.14 लाख करोड़ रुपये की वैल्यूएशन के साथ देश की सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी बन गई है।
सुबह के वक्त यह था कारोबार का हाल-
सुबह के वक्त बाजार में बिकवाली का दबाव नजर आ रहा था। मेटल, पीएसयू बैंक और रियल्टी शेयरों से बाजार को कुछ सहारा मिल रहा था। निफ्टी के ऑटो इंडेक्स में 0.02 फीसदी, एफएमसीजी इंडेक्स में 0.27 फीसदी, आईटी इंडेक्स में 0.10 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 0.76 फीसदी की कमजोरी देखने को मिल रही थी। प्राइवेट बैंक शेयरों पर दबाव के चलते बैंक निफ्टी 0.42 फीसदी की कमजोरी के साथ 28,872.25 के स्तर पर नजर आ रहा है।