एजेंसी/ लखनऊ : राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान का डेंगू से बीमारी के बार रविवार की सुबह 4 बजे निधन हो गया. मुन्ना सिंह में शुक्रवार की देर रात डेंगू की पुष्टि हुई थी, जिसके बाद शनिवार की सुबह हालत गंभीर होने पर उन्हें राजधानी के एक निजी अस्पताल से पीजीआई रेफर किया गया था. पीजीआई में वह वेन्टीलेटर यूनिट में दाखिल थे. बता दें कि फैजाबाद निवासी 61 वर्षीय आरएलडी के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान को बीती 27 जुलाई से लगातार बुखार आ रहा था, तब वह चित्रकूट में थे बुखार ज्यादा तेज होने पर उनके परिजनों ने 27 जुलाई की देर रात राजधानी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
परिजनों ने बताया कि 27 की देर रात से 28 जुलाई की देर रात तक उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी. 29 जुलाई की सुबह उन्हें शहर में एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां हॉस्पिटल द्वारा उनके लक्षणों के आधार पर डेंगू की जांच कराई गई. देर रात आई जांच रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई. वहीं, शनिवार की सुबह 7 बजे से वह बेहोश होने लगे. हालत गंभीर होता देखकर परिजनों ने उन्हें पीजीआई में एडमिट कराया.डॉक्टरों ने हालत को देखते हुए उन्हें वेन्टीलेटर पर शिफ्ट किया था.
जनता के दर्शनार्थ मुन्ना सिंह का पार्थिव शरीर पहले हजरतगंज स्थित पार्टी कार्यालय लाया गया, जहां रालोद मुख्यालय में कार्यकर्ताओं ने अंतिम दर्शन किए इसके बाद पार्टी कार्यालय से उनका पार्थिव शारीर फैजाबाद उनके पैतृक गांव के लिए रवाना हुआ. मुन्ना सिंह चौहान मूल्य रूप से फैजाबाद के सोहावल के रहने वाले थे और 2012 से राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष थे. 2005-06 में मुलायम सरकार में सिंचाई मंत्रीभी रहे थे.