राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी आज जनपद गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का करेंगे शिलान्यास

  • राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री शिलान्यास समारोह में सम्मिलित होंगे
  • महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर की स्थापना से प्रदेश के आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हो सकंेगे
  • आयुष विश्वविद्यालय में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का एक उत्कृष्ट श्रेणी का शोध संस्थान भी स्थापित किया जाएगा
  • आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना एवं संचालन के लिए 52 एकड़ भूमि की व्यवस्था, विश्वविद्यालय के भवन निर्माण की अनुमानित लागत 300 करोड़ रु0
  • प्रदेश सरकार द्वारा मई, 2017 में नये स्वतंत्र विभाग के रूप में आयुष विभाग का गठन किया गया
  • आयुष महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर 7500 सीटों पर एवं स्नातकोत्तर स्तर पर 525 सीटों पर प्रवेश की क्षमता
  • वर्तमान में राजकीय आयुष महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश क्षमता 720 से बढ़कर 1690 एवं स्नातकोत्तर स्तर पर प्रवेश क्षमता 30 से बढ़कर 111 हो गई

लखनऊ: भारत के राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी 28 अगस्त, 2021 को जनपद गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी शिलान्यास समारोह में सम्मिलित होंगे।


यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय, गोरखपुर की स्थापना से प्रदेश के आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान इस विश्वविद्यालय से सम्बद्ध हो सकंेगे। इससे आयुष महाविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया, सत्र का नियमन, परीक्षा का संचालन एवं परिणाम में एकरूपता स्थापित हो सकेगी। आयुष विश्वविद्यालय में आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा का एक उत्कृष्ट श्रेणी का शोध संस्थान भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें अन्तर्विभागीय चिकित्सा पद्धतियों का पारस्परिक समन्वय करते हुए शोध कार्याें को बढ़ावा दिया जाएगा।


आयुष विश्वविद्यालय की स्थापना एवं संचालन के लिए जनपद गोरखपुर में 52 एकड़ भूमि की व्यवस्था की जा चुकी है। इस विश्वविद्यालय के भवन निर्माण की अनुमानित लागत 300 करोड़ रुपए है।


प्रदेश सरकार द्वारा मई, 2017 में नये स्वतंत्र विभाग के रूप में आयुष विभाग का गठन किया गया। आयुष के अन्तर्गत आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, होम्योपैथी तथा सिद्ध चिकित्सा पद्धतियां शामिल हैं। वर्तमान में आयुष विभाग के अन्तर्गत आयुर्वेद, होम्योपैथिक, यूनानी एवं आयुष मिशन निदेशालयों का संचालन किया जा रहा है। प्रदेश में कुल 94 आयुष महाविद्यालय हैं, जिसमें 19 राजकीय एवं 75 निजी महाविद्यालय हैं। आयुष महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर 7500 सीटों पर एवं स्नातकोत्तर स्तर पर 525 सीटों पर प्रवेश की क्षमता है। वर्तमान में राजकीय आयुष महाविद्यालयों में स्नातक स्तर पर प्रवेश क्षमता 720 से बढ़कर 1690 एवं स्नातकोत्तर स्तर पर प्रवेश क्षमता 30 से बढ़कर 111 हो गई है। आयुष विभाग के अन्तर्गत 3942 राजकीय चिकित्सालय संचालित हैं। जिसमें 2104 आयुर्वेद, 1584 होम्योपैथी एवं 254 यूनानी विधा से सम्बन्धित हैं।

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