अगले आम चुनाव से महज कुछ महीने पहले राम मंदिर का मुद्दा फिर से गरम हो गया है. अयोध्या में वीएचपी धर्म संसद कर रही है तो शिवसेना राम मंदिर के निर्माण को लेकर आक्रामक हो गई है वहीं अब आरएसएस भी राम मंदिर के निर्माण को आगे बढ़ाने के लिए चार चरणों की योजना बना ली है.
2019 में बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरा कार्यकाल दिलाने की कोशिशों में आरएसएस ने राम मंदिर मामले में सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है. आरएसएस ने वीएचपी और संतों की मदद से चार चरणों में आंदोलन की योजना तैयार कर ली है.
आरएसएस वीएचपी की धर्मसभा के साथ अपने चार चरणों की योजना की शुरुआत करेगा. रविवार को अयोध्या, नागपुर और बेंगलुरू में जनसभा के साथ इसका आगाज होगा.
आरएसएस के 4 चरण
पहला चरणः 25 नवंबर से देशभर में धर्म सभा का आयोजन.
तीसरा चरणः राम मंदिर के लिए दिल्ली में जनसभा आयोजित की जाएगी, 9 दिसंबर को जनसभा आयोजित की जाएगी.
चौथा चरणः 18 दिसंबर से वीएचपी राष्ट्रव्यापी पूजा-अर्चना और हवन कार्यक्रम चालएगी.