अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अलावा विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देशभर में धन एकत्रित करने का अभियान चला रहे हैं। यह अभियान करीब डेढ़ महीने तक चलेगा। इसमें हर कोई अपनी इच्छाशक्ति के अनुसार चंदा दे सकता है। इस कड़ी में गुजरात के ही रहने वाले एक मुस्लिम दंपति ने भी 1.51 लाख रुपये का दान दिया है।
1.51 लाख रुपये का दान करने वाला यह मुस्लिम दंपति पेशे से डॉक्टर है। ये लोग पाटन के रहने वाले हैं। डॉक्टर हामिद मंसूरी और मुमताज मंसूरी ने कहा कि राम मंदिर के लिए दान करने का उनका मकसद मानवता और भाईचारे को बढ़ाना है। खास बात है कि गुजरात में ऐसा पहला दान होगा जो किसी हिंदू के जरिये नहीं बल्कि मुस्लिम के जरिये किया गया है।
डॉक्टर हामिद मंसूरी ने बताया कि दान करने से कुछ समय पहले ही वे पत्नी संग अयोध्या गए थे, जहां उन्होंने रामलला के मंदिर में माथा टेका। वहां पर उनकी पत्नी डॉक्टर मुमताज मंसूरी ने मन्नत मांगी थी कि राम मंदिर जल्द बन जाए। अब जब ये मंदिर बन रहा है तो इस दंपति ने मंदिर निर्माण के लिए दान भी दिया।
डॉक्टर हामिद मंसूरी ने बताया कि उनकी आस्था मानवता में है। खुद मुस्लिम होने की वजह से कभी उन्होंने किसी भी धर्म को लेकर भेदभाव नहीं रखा। सिर्फ इंसानियत को ही सबसे बड़ा धर्म समझा है और उन्हें मुस्लिम होने से पहले भारतीय होने का गर्व है। उन्होंने बताया कि वे भारत के कई मंदिरों के दर्शन कर चुके हैं।
डॉक्टर मुमताज मंसूरी ने कहा कि मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है। जब राम मंदिर निर्माण का फैसला नहीं आया था तब भी मेरी यही मन्नत थी कि यह मंदिर जल्द बन जाए और आज वह मन्नत पूरी हो रही है। मैं अपने आपको काफी भाग्यशाली मान रही हूं।बता दें, राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकट्ठा करने के अभियान की शुरुआत 14 जनवरी को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की। उन्होंने राम मंदिर के लिए सबसे पहले चंदा दिया और अभियान को हरी झंडी दिखाई। राष्ट्रपति कोविंद ने चेक के जरिये पांच लाख रुपये का चंदा ट्रस्ट को सौंपा था। अब तक गुजरात में राम मंदिर के निर्माण के लिए 31 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं।