आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण नफरत की जमीन पर हो रहा है। साथ ही कहा कि हम ‘हे राम’ में विश्वास करते हैं. ‘जय श्रीराम’ में नहीं. हमारे हृदय में राम हैं, पत्थर के आलीशान मंदिरों में नहीं। जगदानंद सिंह ने कहा कि श्री राम ना तो अयोध्या में हैं, और ना ही लंका में, बल्कि श्री राम तो आज भी शबरी की कुटिया में मौजूद हैं।
इतना ही नहीं जगदानंद ने कहा कि राम मंदिर घृणा की भूमि पर बन रहा है। राम को एक शानदार महल में कैद नहीं किया जा सकता है। गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए जगदानंद ने ने पूछा कि क्या भगवान राम अब लोगों के दिलों से दूर मंदिरों में विराजमान हैं। क्या राम अब केवल मंदिर के होंगे ? क्या राम अब देश के नहीं होंगे? भारत में राम को लोगों के दिलों से छीनकर पत्थरों से बनी आलीशान इमारत में नहीं बिठाया जा सकता है?
त्रिपुरा में एक रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस ने अदालतों में राम मंदिर के निर्माण में बाधा डाली। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद, मोदीजी ने मंदिर का निर्माण शुरू किया। पीएम मोदी ने ‘भूमि पूजन’ किया और मंदिर का निर्माण शुरू किया।
उन्होंने 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान अपनी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर कटाक्ष किया। और कहा कि 2019 के चुनाव प्रचार के दौरान, कांग्रेस नेता राहुल गांधी कहते थे कि “मंदिर वही बनाएंगे…तारीख नहीं बताएंगे”। आज राहुल गांधी और सभी को यह सुनना चाहिए कि 1 जनवरी, 2024 को अयोध्या में लोगों के लिए एक विशाल और आसमान छूता मंदिर तैयार होगा। अयोध्या में भगवान राम के मंदिर का निर्माण तेजी से चल रहा है। 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी थी और तभी से मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है।