राम मंदिर पर जारी रार के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को कहा कि वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में एक निजी विधेयक (प्राइवेट मेंबर बिल) पेश करेंगे. इससे पहले बचन सिंह की अगुवाई में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के 25 सदस्यों का प्रतिनिधमंडल यहां तिवारी के आवास पर उनसे मिला और राम मंदिर निर्माण के लिए एक ज्ञापन सौंपा. इसके बाद तिवारी ने यह बयान दिया.
तिवारी ने मीडिया से कहा, “मुझे विहिप प्रतिनिधिमंडल से एक ज्ञापन मिला. मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं संसद और अपनी पार्टी में यह मुद्दा उठाऊंगा.” यह पूछे जाने पर कि क्या वह प्राइवेट मेंबर बिल लाएंगे, उन्होंने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो, मैं राममंदिर निर्माण के लिए प्राइवेट मेंबर बिल लाने वालों में सबसे पहला व्यक्ति होऊंगा.”
सांसद ने कहा कि वह यह जानकार हैरान हैं कि राम मंदिर निर्माण का कार्य वर्ष 1528 यानी करीब 490 वर्ष से अधिक समय से लंबित है. बचन सिंह ने कहा, “राम मंदिर का मामला 1950 से अदालत में लंबित है. क्योंकि, अदालत मामले में देरी कर रही है, इसलिए हमने संसद में इस मामले को उठाने के लिए मनोज तिवारी को ज्ञापन सौंपा है.”
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राम मंदिर न्याय बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष राम विलास वेदांती ने कहा कि अयोध्या में ‘‘भव्य’’ राम मंदिर निर्माण के लिए निर्माण कार्य हिंदुओं और मुसलमानों दोनों की आम सहमति के साथ 2019 के आम चुनाव से पहले शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में बातचीत चल रही है और दिसम्बर में किसी भी समय एक भव्य राम मंदिर के लिए निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.’’
वेदांती ने कहा कि लखनऊ में एक नई मस्जिद भी बनायी जाएगी. उन्होंने दावा किया कि शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष पहले ही सुप्रीम कोर्ट में यह लिखित में दे चुके है कि, ‘‘भगवान राम के जन्म स्थान पर भव्य राम मंदिर के निर्माण का समर्थन करेंगे.’’