प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में इस वक़्त साधु और संतों का जमावड़ा लगा हुआ है. यहां विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्म संसद से पूर्व शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती परम धर्म संसद आयोजित कर रहे हैं. यह परम धर्म संसद कुंभ में 28, 29 और 30 जनवरी तक जारी रहेगी. इसमें राम मंदिर निर्माण के लिए चर्चा होगी और रणनीति तैयार की जाएगी.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग कर रहे साधु-संत आज से अगले तीन दिनों तक प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में परम धर्म संसद आयोजित कर रहे हैं. यह परम धर्म संसद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की तरफ से किया जा रहा है. साधु और संतों ने इस संबंध में बड़ी घोषणा भी की हुई है. उनका कहना है कि राम मंदिर सविनय अवज्ञा आंदोलन के माध्यम से बनाया जाएगा.
इस परम धर्म संसद के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की अध्यक्षता में बड़ी संख्या में साधु और संत अयोध्या पहुंचेंगे. परम धर्म संसद में सविनय अवज्ञा आंदोलन का शुभारम्भ होगा. शंकराचार्य सविनय अवज्ञा आंदोलन के जरिए राम मंदिर शिलान्यास के लिए निकलेंगे. इस परम घर्म संसद में 1008 प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे. इसमें सभी 4 पीठों के प्रतिनिधि, कई देशों के प्रतिनिधि, 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि, 7 पुरियों के प्रतिनिधि, 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रतिनिधि के साथ प्रत्येक संसदीय क्षेत्र से एक-एक प्रतिनिधि इस परम घर्म संसद में शामिल होंगे.