Babulal Joins BJP राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी चौदह साल बाद भाजपा में लौट आए। 2006 में पार्टी से अलग होकर उन्होंने झारखंड विकास मोर्चा का गठन किया था। जगन्नाथपुर मैदान में सोमवार को आयोजित भव्य समारोह में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ झाविमो का विलय भी भाजपा में हो गया। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह गृहमंत्री अमित शाह ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर जोश पैदा करते हुए शाह ने कहा कि जितना काम सत्तापक्ष में रहते हुए हमने किया, उससे ज्यादा विपक्ष में रहकर करेंगे। सत्ता पक्ष ने अगर गड़बड़ी की तो उसके कान भी खींचेंगे।
मंच से शाह ने बाबूलाल मरांडी की खूब सराहना की, वहीं केंद्रीयमंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी प्रशंसा के पुल बांधे। गदगद बाबूलाल मरांडी ने इसे घर वापसी बताते हुए कहा कि उन्हें पद का लोभ नहीं है। भाजपा अगर उन्हें झाडू लगाने का भी काम देगी तो वे करेंगे। अमित शाह ने झारखंड विधानसभा चुनाव में हुई भाजपा की हार को खुले दिल से स्वीकारा है।
विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार झारखंड आए अमित शाह ने धुर्वा के जगन्नाथपुर मैदान में आयोजित भाजपा के मिलन समारोह में जनादेश को स्वीकार करते हुए कहा कि भाजपा का लक्ष्य चुनाव हारना या जीतना नहीं है, बल्कि प्रदेश व देश को आगे बढ़ाना है। भाजपा झारखंड को पतन के रास्ते पर जाते हुए नहीं देख सकती। भाजपा इसी लक्ष्य को लेकर कार्य कर रही है, लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भाजपा ने सालों तक विपक्ष में काम किया है।
अमित शाह ने कहा कि झारखंड की जनता ने जो जनादेश दिया, भाजपा उस जनादेश का सम्मान करती है। उन्होंने राज्य की जनता को भरोसा दिलाया कि हमने सत्ता में रहते हुए जितना काम किया, उससे कहीं अधिक काम विपक्ष में रहते हुए करेंगे। कहा, जनता के विकास के लिए, गरीबों और आदिवासियों के विकास के लिए प्रदेश सरकार जो योजनाएं लाती है उसका तो समर्थन करेगी परंतु भ्रष्टाचार, नक्सलवाद, आंतकवाद की बढ़ोतरी करने का जो प्रयास हो रहा है, उसके खिलाफ पार्टी डटकर मुकाबला भी करेगी और उसका जवाब देगी।
शाह ने नई सरकार को नसीहत भी दी। कहा, आदिवासियों, गरीबों व ओबीसी के कल्याण की नरेंद्र मोदी सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम करे। भाजपा एक जिम्मेदार विपक्ष के नाते उनके साथ खड़ी दिखाई पड़ेगी। कहा, अटल जी ने झारखंड को बनाया था, मोदी जी ने उसे संवारा, उस झारखंड को पतन के रास्ते जाते हम नहीं देख सकते।
जानें किसने क्या कहा
भाजपा में वापसी अचानक नहीं : बाबूलाल
मेरी भाजपा में वापसी अचानक नहीं है। भाजपा की ओर से पहले प्रयास हुए हैं। लेकिन हर आदमी की अपनी जिद होती है, अपने आप को मनाना आसान नहीं होता। 2014 में लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनाव हार गए थे। उस वक्त राज्यसभा का चुनाव था, भाजपा ने वापसी के लिए एक दूत भेजा था। तब मैंने कह दिया था कि नहीं जा सकता, लोग क्या कहेंगे। हार गए तो चले गए। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम प्रकाश माथुर घर वापसी के सूत्रधार हैं।
2000 का भाजपा परिवार 2020 में फिर एकत्र हुआ है। बाबूलाल मरांडी के आने से भाजपा नई ऊंचाईयों को छूने का काम करेगी। इन्होंने उग्रवादियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जिसका इन्हें निजी नुकसान भी उठाना पड़ा। उग्रवादियों ने इनके बेटे की हत्या कर दी। रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री
बाबूलाल काफी अनुभवी हैं। हमारे परिवार के सदस्य रहे हैं। बीच के कालखंड में हमसे दूर हो गए थे। अब पुन: भाजपा में शामिल हुए हैं। हम सबको उनके अनुभवों का लाभ मिलेगा। अर्जुन मुंडा, केंद्रीय मंत्री
झाविमो के भाजपा में विलय से भाजपा और मजबूत होगी। हम मिलकर राज्य की समृद्धि के लिए प्रयास करेंगे। नए झारखंड का निर्माण करेंगे। लक्ष्मण गिलुवा, प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
जहां से चले थे, वहीं वापस लौटे : बाबूलाल
झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी ने अपनी घर वापसी को भाजपा की विचारधारा से जोड़ा है। सोमवार को धुर्वा के जगन्नाथपुर मंदिर मैदान में झाविमो-भाजपा के मिलन समारोह में उन्होंने स्पष्ट कहा कि देश में ज्यादातर पार्टियां पारिवारिक पार्टियां हैं, सिर्फ भाजपा ही विचारधारा वाली पार्टी है। हम भाजपा की विचारधारा को पसंद करते हैं, इसीलिए जहां से चले थे वहीं वापस लौटे हैं।
अधिकतर पार्टियों परिवार तक सीमित, भाजपा विचारधारा की पार्टी
बाबूलाल मरांडी ने अपने वजूद को भाजपा की देन बताया। कहा, 1990 में मैं राजनीतिक रूप से जुड़ा। तब से हमनेे कभी कुछ नहीं मांगा। पार्टी ने जिस योग्य समझा दिया और उसका ईमानदारी से पालन करने की कोशिश की। आज हम यहां खड़े हैं तो यह भाजपा की देन है। भाजपा अगर झाड़ू लगाने का काम भी देगी तो करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा के कारण ही यह देश सेक्युलर है। राजनीतिक रूप से इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम भाजपा कर रही है।
डेढ़ माह से ट्वीटर पर चल रही सरकार
बाबूलाल मरांडी ने हेमंत सरकार पर भी निशाना साधा। कहा, डेढ़ माह से यह सरकार ट्वीटर पर चल रही है। मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि खजाना खाली है। किसको बता रहें हैं। जनता ने जनादेश दिया है तो काम करें, नहीं तो जनता उखाड़ देगी। उन्होंने मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना और एक रुपये में महिलाओं के नाम पर होने वाली रजिस्ट्री को बंद किए जाने की सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया। कहा, उग्रवाद सिर उठा रहा है। कानून उत्पात मचाने वालों को सहयोग कर रहा है। इसका हम सब सड़क से सदन का विरोध करेंगे। कहा, हम सब लोगों को एक-एक गांव, गलियों में जाना है। जनता के विश्वास को जीतना है।