राज्यसभा चुनाव 2020 से पहले गुजरात में रविवार को कांग्रेस के चार विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि की है।
विधायकों को एयरलिफ्ट करने के बावजूद गुजरात कांग्रेस अपने विधायकों को टूटने से नहीं बचा पा रही है। राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा अपने तीन प्रत्याशियों को जिताने की रणनीति में जुटी है, पार्टी उम्मीदवार नरहरी अमीन कहते हैं कि ये तोड़फोड़ नहीं एक गेम है।
गुजरात की चार राज्यसभा सीटों के लिए 26 मार्च को मतदान होगा। भाजपा ने अपने तीन उम्मीदवार अभय भारद्वाज, रमीराबेल बारा व नरहरी अमीन को जिताने के लिए फुल प्रूफ रणनीति पर काम कर रही है। विधानसभा में भाजपा के 103, जबकि कांग्रेस के 73 व एक निर्दलीय विधायक सहित सदस्य संख्या 74 है। एक प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए 36 मतों की आवश्यकता होगी। कांग्रेस के पास अपने दो प्रत्याशियों के लिए पर्यापत मत हैं, लेकिन अब उसे पार्टी विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग अथवा क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है। खबर है कि कांग्रेस के तीन विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे सकते हैं, जिससे कांग्रेस का नंबर गेम बिगड जाए तथा भाजपा प्रथम क्रम के अतिरिक्त 31 मत के सहारे अपने तीसरे उम्मीदवार अमीन को भी जिता ले जाना चाहती है।
कांग्रेस के 14 विधायक शनिवार शाम को विमान से जयपुर के लिए रवाना हो गए थे। करीब दो दर्जन विधायकों के रविवार को रवाना होने से पहले ही पांच विधायकों के पार्टीसे अलग होने की अटकलें चल रही है। अपुष्ट खबरों के मुताबिक इनमें से तीन विधायक अपना इस्तीफा गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सौंप चुके हैं। कांग्रेस से बागी सुर अपनाने वाले पांच विधायकों में कनुभाई बारैया, चिराग कारडिया, अक्षय पटेल, हर्षद रिबडिया, सोमा भाई पटेल के नाम सामने आए हैं। सोमा पटेल भाजपा के पूर्वसांसद हैं तथा 2004 में भाजपा छोडकर कांग्रेस में शामिल हुए थे।
कांग्रेस विधायकों में टूट से भाजपा खेमा खुश है तथा जीत को लेकर आशान्वित है। भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी पहले दिन से दावा करते आ रहे हैं कि राज्यसभा की तीनों सीट जीतने के लिए उनके पास पर्याप्त सदस्य संख्या है।
उधर, भाजपा प्रत्याशी नरहरी अमीन का कहना है कि कांग्रेस विधायकों को टूटना तोडफोड नहीं यह एक गेम हैं। भाजपा राज्यसभाचुनाव में अपनी तीनों सीट पर जीत दर्ज करेगी।