मध्य प्रदेश में राजस्व मंत्री की ओर से एक महिला नायब तहसीलदार को फटकार लगाए जाने के विरोध में प्रदेशभर के तहसीलदार और नायब तहसीलदार तीन दिवसीय सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। इसके लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
राजस्व मंत्री द्वारा सीहोर में महिला नायब तहसीलदार को सार्वजनिक रूप से फटकार लगाने के बाद प्रदेशभर के तहसीलदार और नायब तहसीलदारों में नाराजगी का माहौल है। उन्होंने इस अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ विरोध स्वरूप सामूहिक अवकाश पर जाने का निर्णय लिया है।
अधिकारियों ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा है कि ऐसी टिप्पणियां उनके लिए असहनीय हैं। इसके साथ ही, तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें यह साफ किया गया है कि जब तक राजस्व मंत्री अपनी टिप्पणी वापस नहीं लेते और माफी नहीं मांगते, तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इस हड़ताल के कारण राजस्व से जुड़े कई महत्वपूर्ण काम प्रभावित होंगे और आम लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
बता दें राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने 10 जनवरी को सीहोेर में एक महिला नायब तहसीलदार को सार्वजनिक मंच पर अपमानित ककरते हुए जिले से भगा देने की चेतावनी दी थी। इस बयान के विरोध में ही प्रदेश के करीब 272 तहसीलदार और 838 नायब तहसीदार 15 जनवरी तक सामूहिक अवकाश पर चले गए। इससे नामामंतरण, सीमांकन, बंटवारा और अन्य प्रशासनिक कार्य बंद होने कीआंशका है।