कोरोना महामारी के दौर में क्वारेंटाइन सेंटर में रखे गए प्रत्येक व्यक्ति पर राजस्थान सरकार 2440 रुपये खर्च कर रही है। वहीं कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर्स को आाइसोलेशन में रखने पर प्रति व्यक्ति 1500 रुपये प्रतिदिन खर्च किए जा रहे हैं।
क्वारेंटाइन में रखे गए मरीजों के मुकाबले डॉक्टर्स पर कम खर्च करने को लेकर चिकित्सकों की एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ.अजय चौधरी ने नाराजगी जताई है।
राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री भंवर लाल मेघवाल का कहना है कि क्वारेंटाइन सेंटर्स को व्यवस्थित रखने के साथ ही यहां ऐसा माहौल बनाने का प्रयास किया जाता है,जिससे मरीज तनाव से मुक्त रहे। क्वारेंटाइन सेंटर्स में म्यूजिक व टीवी का प्रबंध किया गया है ।
सुबह के नाश्ते पर 100 रुपये, दोपहर के भोजन पर 180 रुपये, रात के भोजन पर 180 रुपये, पीने के पानी पर 80रुपये, चाय-नाश्ते पर 60रुपये, एन-95 मास्क पर 300रुपये, ट्रिपल लेयर मास्क पर 50 रुपये, हाईड्रोक्लोराईड सोल्यूशन पर 30 रुपये, साफ-सफाई और सुरक्षा पर 550 रुपये,एक गार्ड प्रति व्यक्ति 30 रुपये, वार्डबॉय-50 रुपये, बेडशीट,तकिया कवर व चादर की धुलाई पर 40 रुपये खर्च किया जाता है। इस तरह प्रति व्यक्ति 2440 रुपये सरकार की तरफ से खर्च के लिए आवंटित किए जाते है।
आपदा राहत मंत्री भंवरलाल मेघवाल ने बताया कि इस मद में प्रदेश के सभी 33 जिला कलेक्टरों को 63 करोड़ 80 लाख रुपये न में से कोई या तो पॉजिटिव पाया गया हो या फिर ये लोग पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए हो । इसके साथ ही कोरोना लक्षण वाले मरीजों को जांच की शुरूआती रिपोर्ट के आधार पर क्वारेंटाइन सेंटर्स में भेजा जाता है।
कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे डॉक्टर्स पर सरकार प्रतिदन 1500 रुपये खर्च कर रही है। इसके तहत होटल में एसी कमरे पर 238 रुपये,नॉन एसी कमरे पर 55 रुपये,दोपहर व शाम के भोजन पर 140 रुपये,चाय-नाश्ते पर 70 रुपये खर्च किए जाते हैं।
डॉक्टर्स को आइसोलेट करने के लिए सभी जिलों में प्रशासन ने होटलों को अधिगृहित किया है। इनका किराया व अन्य खर्चे प्रशासन द्वारा ही तय किए जाते हैं। मास्क व सेनेटाइजर प्रशासन उपलब्ध कराता है।