राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के जन्मदिन के मौके पर शक्ति-प्रदर्शन की तैयारियां जोरों पर हैं. 8 मार्च को वसुंधरा का जन्मदिन पड़ता है, जिसके लिए जयपुर में तीन दिन पहले से ही बधाइयों वाले बैनर और पोस्टर लगने शुरू हो गए हैं. इस कार्यक्रम ने वसुंधरा-विरोधी खेमे की टेंशन बढ़ा दी है और बीजेपी में दिलचस्प खींचतान शुरू हो गई है.
वसुंधरा गुट की कोशिश है कि उनके समर्थक विधायक इस शक्ति-प्रदर्शन में शामिल हों, जबकि राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया अब इस कोशिश में लगे हैं कि 8 मार्च को पार्टी के विधायक वसुंधरा के कार्यक्रम में न जाकर विधानसभा में मौजूद रहें.
ऐसा पहली बार हो रहा है कि वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद पर नहीं हैं और इतने बड़े पैमाने पर उनके जन्मदिन की तैयारियां की जा रही हैं. वसुंधरा गुट की तरफ से कोशिश की जा रही है कि उनके जन्मदिन के मौके पर 50 हजार लोग इकट्ठा किए जाएं और वसुंधरा को शानदार बधाई दिलवाई जाए.
वसुंधरा सरकार में मंत्री रहे यूनुस खान, कालीचरण सर्राफ, राजपाल सिंह शेखावत के अलावा पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी वसुंधरा राजे के जन्मदिन का जश्न मनाने की तैयारियों में लगे हुए हैं. 7 मार्च को वसुंधरा राजे हेलीकॉप्टर से जयपुर से भरतपुर के पूंछरी पहुंचेंगी और वहां से कार लेकर पूर्वी राजस्थान से सटे यूपी के मथुरा जिले में स्थित गिरिराज जी के मंदिर के लिए रवाना होंगी. गिरिराज जी में उनका पूजा-अर्चना का कार्यक्रम है.
रात में वे आदिबद्री में रुकेंगी और 8 मार्च को वहां से हेलीकॉप्टर से रवाना होकर धौलपुर पहुंचेंगी. आदिबद्री में बड़ी संख्या में लोगों को रोकने के लिए व्यवस्था की जा रही है. वसुंधरा राजे जहां पर रुकेंगी, उस कमरे का रिनोवेशन किया जा रहा है.
उधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की टेंशन बढ़ गई है. गुलाब चंद कटारिया इस व्यवस्था में लगे हुए हैं कि कहीं ऐसा न हो कि 8 मार्च को विधानसभा से विधायक गायब मिलें और सभी वसुंधरा राजे के पास पहुंच जाएं. सूत्रों के अनुसार, वसुंधरा राजे के यहां से लगातार विधायकों से संपर्क साधा जा रहा है जबकि दूसरा गुट या कोशिश कर रहा है कि विधायक आठ मार्च को सदन में मौजूद रहें.