दिल्ली में जनवरी की ठंड अपना रंग दिखा रही है। यही वजह है कि रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। शुक्रवार को भी राजधानी में न्यूनतम तापमान में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज हुई। वहीं, इस बार शीतलहर भी रिकॉर्ड तोड़ने की राह पर है, क्योंकि अभी दिल्ली में लगातार छह दिन शीतलहर चल चुकी है। इससे पहले वर्ष 2013 में लगातार छह दिन शीतलहर चली थी। आगामी 30 जनवरी तक शीतलहर थमने की संभावना नहीं है।
प्रादेशिक मौसम विभाग के अनुसार, बृहस्पतिवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम 3.8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान भी सामान्य से तीन डिग्री कम 19.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले 24 घंटे में हवा में नमी का अधिकतम स्तर 100 फीसदी और न्यूनतम 59 फीसदी दर्ज किया गया।
दिल्ली का लोदी रोड इलाका 3.4 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम तापमान के साथ सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग की मानें तो यह पहली बार है जब पिछले 10 वर्ष में जनवरी बीतते हुए अधिक सर्दी का रंग दिखा रही है। अमूमन जनवरी की सर्दी में न्यूनतम तापमान पांच से आठ डिग्री सेल्सियस के बीच बना रहता है।
स्काईमेट वेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, आगामी दो दिन तक दिल्ली में शीतलहर जारी रहेगी। इस वजह से उत्तर पश्चिम दिशा की ओर से आने वाली ठंडी हवाएं सुबह और शाम ठिठुरन का एहसास कराएंगी। पलावत के अनुसार, 31 जनवरी को ठंड से हल्की राहत मिलनी शुरू होगी। वहीं, 1 फरवरी से पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के आसार बन रहे हैं। इस वजह से न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज किए जाने की संभावना है। गत मंगलवार को दिल्ली में करीब दो डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम तापमान के साथ कड़ाके की ठंड पड़ी थी। वहीं, इससे पहले 1 जनवरी को 1.1 डिग्री सेल्सियस के साथ सर्दी ने पिछले 15 वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ा था।
दिल्ली-एनसीआर की हवा बृहस्पतिवार को भी बहुत खराब श्रेणी में बरकरार रही। आगामी दो दिन तक दिल्ली-एनसीआर वासियों को बहुत खराब हवा से हल्की राहत मिलने के आसार है। इसके बाद 31 जनवरी को एक बार फिर हवा की स्थिति बिगड़ सकती है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, बृहस्पतिवार को राजधानी का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 357 दर्ज किया गया। सफर के अनुसार, मौसमी परिस्थितियों में बदलाव की वजह से इन दिनों प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
हालांकि, 29 और 30 जनवरी को प्रदूषण की स्थिति में सुधार होने की संभावना है। इसके बाद 31 जनवरी को वेंटिलेशन इंडेक्स का साथ न देने की वजह से एक बार फिर हवा की स्थिति बिगड़ेगी। वहीं, पिछले 24 घंटे में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार तत्व पीएम10 का स्तर 348 और पीएम 2.5 का स्तर 180 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया, जबकि पीएम 10 का स्तर 100 से कम और पीएम 2.5 का स्तर 60 से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली 357
फरीदाबाद 381
गाजियाबाद 359
ग्रेटर नोएडा 318
गुरुग्राम 338
नोएडा 338