मीटू अभियान के तहत हालही में फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी पर फिल्म ‘संजू’ में उनके साथ काम करने वाली महिला ने सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगाया है। हालांकि, फिल्म निर्माता ने इन आरोपों से इनकार किया है। हिरानी के वकील आनंद देसाई ने आरोप को झूठा, शरारतपूर्ण, लज्जाजनक और बदनाम करने वाला करार दिया है। हिरानी पर लगे आरोप से इंडस्ट्री में हलचल मच गई है। वहीं, आलोक नाथ पर हैरेसमेंट का आरोप लगाने लेखिका विन्ता नंदा ने सबसे पहले इस पर अपना रिऐक्शन दिया है।
विन्ता ने ट्विटर पर लिखा है कि, ‘मीटू का ताजा मामला काफी परेशान कर देने वाला है। आखिर वो कौन है जिसपर महिलाएं भरोसा कर सकती हैं। ऐसी चीजों को सहन करना अब बहुत मुश्किल हो गया है। दूसरी ओर हमारा मुवक्किल कहता है कि ये आरोप झूठा, शरारतपूर्ण, लज्जाजनक और बदनाम करने वाला करार दिया है।’ बता दें कि, विन्ता खुद इस कैंपेन के तहत अपनी आप-बीती मीडिया के सामने बता चुकी हैं। उन्होंने एक्टर आलोकनाथ पर यौन शोषण का आरोप लगाया था।
क्या है मामला?
महिला ने मेल में लिखा था ये सब
चोपड़ा को भेजे गए ईमेल में महिला ने लिखा है, ‘मैं इसे शब्दों में बयान करना चाहती थी। सर उनके कद के कारण ऐसा करना गलत होता। आपके पास सभी अधिकार हैं और मैं एक महज सहायिका जो कुछ भी नहीं है। मैं कभी आपके सामने कुछ नहीं कह पाऊंगी।’ महिला ने हिरानी को अपना फादर फिगर कहा है।
ईमेल में कहा है, ‘मेरा दिमाग, शरीर और हृदय उस रात और अगले छह महीने पूरी तरह विद्रोह कर उठा था।’ महिला ने चोपड़ा की पत्नी और फिल्म की आलोचक अनुपमा चोपड़ा, फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर अभिजात जोशी, फिल्म निर्माता और चोपड़ा की बहन शेली चोपड़ा को भी मेल में मार्क किया है।