उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने रामनगरी को अयोध्या धाम बनाने की कवायद में एक और बदलाव किया है. राज्य परिवहन विभाग ने टिकट में ‘अयोध्या धाम’ को भी जोड़ दिया है.
दरअसल, यूपी के परिवहन विभाग ने अयोध्या बस स्टॉप को अयोध्या धाम के नाम से बदल दिया है. इस मतलब यह है कि अब अयोध्या का टिकट अयोध्या धाम के नाम से बनेगा. वहीं, बदलाव की इस कड़ी में फैजाबाद बस स्टॉप को बदलकर अयोध्या बस स्टॉप कर दिया गया है. इस प्रकार राज्य की योगी सरकार राम की नगरी को अयोध्या धाम बनाने की कवायद में जुट गई है.
बता दें कि अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के लिए हाल ही में केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राम मंदिर ट्रस्ट के नाम का ऐलान किया और बताया कि इस ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे. इस ट्रस्ट का नाम रखा गया ‘श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र’.
सरकार द्वारा ट्रस्ट के सदस्यों के नामों के ऐलान के बाद से ही मंदिर निर्माण को लेकर बातचीत शुरू हो गई. ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती कह चुके हैं कि मंदिर निर्माण को लेकर 19 फरवरी को दिल्ली में पहली बैठक होगी जिसमें एजेंडे पर चर्चा की जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल में लोकसभा को जानकारी दी थी कि कैबिनेट ने अयोध्या में राममंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट गठित करने का प्रस्ताव पारित किया है. पीएम मोदी ने कहा था कि यह ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य मंदिर निर्माण और उससे जुड़े विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूप से स्वतंत्र होगा.
दरअसल, 9 नवंबर, 2019 को 3 महीने में ट्रस्ट बनाने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश की मियाद 9 फरवरी को खत्म होने से पहले प्रधानमंत्री ने संसद में ट्रस्ट का ऐलान किया. इस श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे. इनमें से 9 स्थायी और 6 नामित सदस्य होंगे. सुप्रीम कोर्ट में रामलला विराजमान की पैरवी करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता केशवन अय्यंगार परासरण ट्रस्ट में होंगे.
ट्रस्ट में जगदगुरु शंकराचार्य, जगदगुरु माधवानंद स्वामी, युगपुरुष परमानंद जी महाराज बतौर सदस्य होंगे. इसके अलावा पुणे के गोविंद देव गिरि, अयोध्या के डॉक्टर अनिल मिश्रा, कामेश्वर चौपाल और निर्मोही अखाड़ा के धीरेंद्र दास का नाम भी शामिल है.