NEW DELHI: जब शादी होती है, तो लोग ये सोचते हैं कि इस रिश्ते को पूरी जिंदगी निभाना है। जीने-मरने की कसमें भी खाते हैं और हर परिस्थिति में साथ देने का वादा भी करते हैं।अभी-अभी: गोरखपुर कांड पर सुप्रीम कोर्ट ने बोली ये बड़ी बात सब है दंग…
लेकिन, कई बार ये वादे और कसमें पूरे नहीं हो पाते और साथ बीच में ही टूट जाता है.। रिश्ते में इतनी कड़वाहट आती है कि लोग शादी से बाहर निकलने का फैसला कर लेते हैं।षजब रिश्ते के टूटने के बारे में सोचा न हो और ऐसा हो जाए, तो दुख होना लाजमी है. जीवन में फिर से एक नए मोड़ पर आ जाना शायद ही किसी को अच्छा लगता हो. ऐसे में कुछ बातें है, जिनका ध्यान रखकर रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
सही पार्टनर चुनें
वैसे शादी करने से पहले लोग अपनी पसंद का ही पार्टनर चुनते हैं लेकिन कई बार यह फैसला जल्दी में हो जाता है। इसलिए शादी से पहले पार्टनर चुनने में सावधानी बरतें. रूप-रंग और आर्थिक स्थिति अपनी जगह महत्वपूर्ण है लेकिन दो लोगों के विचार और रुचियां मिलना भी जरूरी है. ऐसे में शादी से पहले इन बातों को जितना समय मिले परख लें।
बनावटी होने से बचें
अमूमन यह देखने को मिलता है कि रिश्ता तय होने पर लड़का-लड़की एक-दूसरे के लिए परफेक्ट बनने की कोशिश करते हैं। जैसा पार्टनर और उसका परिवार चाहता है, वैसा ही खुद को दिखाने लगते हैं. कुछ समय तक तो यह मैनेज हो जाता है लेकिन हमेशा के लिए जब आपसे वैसे ही व्यवहार की मांग की जाती है, तो समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. इसलिए जितना हो सके पार्टनर से स्पष्ट रहें।
गलती मानना सीखें
कई मामलों में ऐसा देखा जाता है कि रिश्तों के बीच में ईगो आ जाता है. मैं ही क्यूं की धारणा रिश्ते में कड़वाहट भर देती है। जरूरी नहीं है कि हर बार एक ही व्यक्ति माफी मांगता रहे लेकिन उसने क्या किया है और सामने वाले की प्रतिक्रिया के पीछे क्या कारण हैं, इस पर जरूर गौर करें. अगर गलती महसूस हो, तो माफी मांगने में कभी देर न करें।
एक-दूसरे को समय दें
कोई भी रिश्ता समय की मांग करता है. पार्टनर का समय न मिलने से व्यक्ति को अकेलापन महसूस होने लगता है। धीरे-धीरे ये अकेलापन गुस्से में तब्दील हो जाता है. ऐसे में सामने वाले की जरूरत को समझते हुए अपने समय को कुछ एडजस्ट करें. अगर घर पहुंचने में देर होने वाली है, तो पहले बता दें. पार्टनर को अपनी आदतें प्यार से और धीरे-धीरे समय के साथ समझाएं. साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि पार्टनर आपकाे कितना समय दे सकता है. कहीं, मांग बेवजह न हो, इस पर गौर करना जरूरी है.।