याददाश्त बढ़ाने के सबसे बढ़िया तरीके है ये 5 चीजें जो भूलने की आदत इंसान की सबसे खराब आदतों में से एक है। क्योंकि इस आदत के कारण न सिर्फ खुद वो इंसान जिसे भूलने की समस्या है। परेशान हो जाता हैं। बल्कि उससे जुड़े दूसरे लोग भी कई बार परेशानी में पड़ जाते हैं। भूलने की समस्या लगभग हर उम्र के लोगों में पाई जाती है।भूलने का मुख्य कारण एकाग्रता की कमी है। अधिकतर समस्या रीकॉल करने में होती है। क्योंकि हमारे दिमाग को रीकॉल प्रोसेस के लिए जिन पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। उनकी हमारे शरीर में कमी हो जाती है। इसलिए उन पोषक तत्वों की पूर्ति करने के लिए यहां बताए गए नुस्खे अपनाकर कोई भी भूलने की आदत से छुटकारा पा सकता है।
1 :- बादाम- 9 नग बादाम रात को पानी में भिगो दें। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें। अब एक गिलास दूध गर्म करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें। इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें। दूध जब हल्का गर्म हो तब पिएं। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं।
2 :- कॉफी – जो लोग सुबह कॉफी पीते हैं। वे कॉफी न पीने वालों की तुलना में अधिक फुर्ती से अपने कार्य निपटा लेते हैं। यदि आप दोपहर में भी चुस्त रहना चाहते हैं तो कॉफी का सहारा लें। कैफीन मस्तिष्क के उन हिस्सों को क्रियाशील करता है। जहां से व्यक्ति की सक्रियता, मूड और ध्यान नियंत्रित होता है।
3:- ब्रह्मी – कमजोर याददाश्त को बुढ़ापे की निशानी माना जाता है। लेकिन बार-बार भूलने की समस्या केवल बूढ़ों के साथ ही नहीं। बल्कि जवान लोगों के साथ भी होती है। ब्रह्मी दिमागी ताकत बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस रोज पीना लाभदायक होता है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी याददाश्त बढ़ती है।
4:- रोज मेरी तेल – जब भी प्राकृतिक तरीकों से स्मरण शक्ति बढ़ाने की बात होती है। तब रोज मेरी तेल का नाम सबसे पहले आता है। इस तेल को दौनी के पत्तों से निकाला जाता है। जिसमें औषधीय गुण होते हैं। दौनी के पत्तों में मस्तिष्क की शक्ति बढ़ाने के गुण होते हैं। इस वजह से इसे ब्रेन टॉनिक भी कहा जाता है। इसके तेल का उपयोग स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए सदियों से किया जाता रहा है। इसकी तीखी खुशबू की वजह से लोग इसे खाना पकाने के काम में भी लाते हैं। इसकी खुशबू के कारण इसे सुगंध चिकित्सा में भी इस्तेमाल किया जाता है। इसकी तीखी खुशबू आपके मस्तिष्क को उत्प्रेरित करती है। जिसकी वजह से आपके दिमाग की कार्यक्षमता बढ़ती है।