संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत रिलीज हो चुकी है. आलोचनाओं के साथ ही तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं. सेट की भव्यता, राजशाहीपन दर्शकों की नजरों में छाप छोड़ता है. भंसाली की फिल्म का आर्टवर्क कमाल का है. फिल्म काफी खूबसूरत बनी हैं, लेकिन इतनी भव्यता, क्रिएटिवी चमक-धमक के बावजूद कई ऐसी गलतियां है जो गौर करने पर नजर आती हैं. आप इसे ट्रेलर और फिल्म में आसानी से पकड सकते हैं. हम पद्मावत की ऐसी ही 4 गलतियों के बारे में बता रहे हैं….
ये फिल्म का बहुत चर्चित सीन है जिसमें खिलजी मल्ल युद्ध करते दिख रहा है. दिखने में यह सीन कमाल का बन पड़ा है. जो ड्रोन फिल्माया गया है उसमें खिलजी के पराक्रम को देखने के लिए लोगों का हुजूम नजर आता है. लोग जय-जयकार कर रहे हैं.
लेकिन अगर इस सीन को गौर से देखें तो साफ नजर आता है कि लोगों का हुजूम एक छलावा है. सामने 2 ही लाइनों में लोग खड़े हैं. हालांकि एडिटिंग में इसे दूर नहीं किया जा सका और ये गलती पकड़ में आ जाती है.
फिल्म का एक और सीन है. अलाउद्दीन खिलजी शाही पालकी से जा रहा है. वह कमल का फूल सूंघते दिख रहा है. असल में वह नकली है. यह प्लास्टिक का फूल है. गौर से देखने पर फूल एकदम नकली भी नजर आता है.
अगर आपने इस सीन को गौर से देखा होगा तो समझ आएगा कि यह बहुत फनी है. दरअसल, एक ही झंडे को इतने सारे लोग उठाने की कोशिश कर रहे हैं. कई लोगों ने तो झंडे को भी नहीं पकड़ा है. ये सीन थोड़ा अटपटा नजर आता है.
फिल्म में यह सीन देखा होगा तो आप पाएंगे कि दो तरफ से घोड़े पर सवार होकर जैसे ही दुश्मनों की फौज आपस में टकराती है, तलवार या मेटल के बजने की आवाज आती है. अब घोड़ों के टकराने से मेटल जैसी आवाजें आना समझ में नहीं आता.