वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले ही घंटे में टीम इंडिया के बल्लेबाजी की पोल खुल गई। विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा जैसे टेस्ट के माहिर बल्लेबाजों को विंडीज गेंदबाजों ने शुरुआत में ही पवेलियन वापस भेज दिया। 5 साल में भारत की यह टेस्ट में अब तक की सबसे खराब शुरुआत रही।
एंटीगा टेस्ट में वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए गेंदबाजों ने खेल के पहले ही घंटे में टीम इंडिया के तीन विकेट निकाल लिए। मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा और कप्तान कोहली सस्ते में निपट गए। आठ ओवर के खत्म होने से पहले भारत ने 25 रन के स्कोर पर तीन विकेट गंवा दिए थे।
पारी की शुरुआत में ही भारत को केमार रोच ने झटका दिया। पांचवें ओवर की दूसरी गेंद पर रोच मयंक को महज 5 रन के स्कोर पर वापस भेज दिया। इसके बात रोच के अगले शिकार बने पुजारा। सिर्फ 4 गेंद खेलने के बाद वह 2 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद शैनन गैब्रिएल ने कप्तान कोहली को 9 रन के स्कोर पर आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।
5 साल बाद हुई भारत की ऐसी खराब शुरुआत
यह पिछले पांच साल में टेस्ट में भारत की सबसे खराब शुरुआत रही। इससे पहले साल 2014 में टीम इंडिया ने पहली पारी में महज 8 ओवर के भीतर अपने तीन शुरुआती बल्लेबाज गंवाए थे। मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में 5.1 ओवर में टॉप के चार बल्लेबाज महज 8 रन से स्कोर पर वापस लौटे थे। इस मैच की पहली पारी में भारतीय टीम महज 152 रनों पर ढेर हो गई थी।