मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बाबा साहब ने ऐसे भारत की परिकल्पना की जिसमें सभी वर्गों को समान अधिकार, समान अवसर और समान गरिमा प्राप्त हो। उनका संघर्ष हम सब के लिए एक मिसाल है।
हरिद्वार केंद्रीय विद्यालय भेल परिसर में यूसीसी आभार सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस दौरान कहा कि मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे हरिद्वार की पवित्र भूमि पर बाबा साहब आंबेडकर की जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में आप सभी के बीच उपस्थित होने का सुअवसर मिला है।
सीएम धामी ने कहा कि इतनी विशाल संख्या में आप सभी की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि बाबा साहब आंबेडकर आज भी हमारी सामूहिक चेतना का अभिन्न हिस्सा हैं। कहा कि मेरा मानना है, बाबा साहब का संपूर्ण जीवन ही उनका संदेश है। उन्होंने कहा कि वे एक ऐसे युगद्रष्टा थे जिन्होंने गुलाम भारत में जन्म लेकर भी अपने ज्ञान और संकल्प के द्वारा न केवल स्वयं के जीवन को बदला, बल्कि करोड़ों वंचितों, शोषितों और पीड़ितों को न्याय की राह दिखाई।
समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया। उनका संघर्ष हम सब के लिए एक मिसाल है। कहा कि भारतीय संविधान के निर्माण में डॉ. आंबेडकर के योगदान के लिए प्रत्येक देशवासी सदैव उनका कृतज्ञ रहेगा। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना में ही ये सुनिश्चित कर दिया कि न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व भारतीय गणराज्य के मूल स्तंभ होंगे।