यूरोपीय संघ रक्षा फंड में कनाडा भी शामिल हो गया है। कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के कार्यालय ने यह जानकारी दी। कनाडा के इस कदम को सैन्य खर्च के लिए अमेरिका पर निर्भरता से दूर जाने के तौर पर देखा जा रहा है। यूरोपीय संघ के रक्षा फंड में शामिल होने के बाद कनाडा को 150 अरब यूरो का रक्षा कर्ज आसानी से मिल सकेगा। यूरोपीय संघ के इस रक्षा फंड को यूरोप के लिए सुरक्षा कार्रवाई (SAFE) के नाम से जाना जाता है। इस समूह में शामिल होने के बाद कनाडा की कंपनियों को विभिन्न रक्षा उपकरण खरीदने के लिए यूरोपीय संघ का सस्ता लोन मिल सकेगा।
क्या है SAFE
यूरोप के लिए सुरक्षा कार्रवाई (Security Action for a Safe Europe) यूरोपीय संघ (EU) का एक वित्तीय साधन है जिसका उद्देश्य सदस्य देशों को साझा रक्षा खरीद के लिए 150 अरब यूरो तक की वित्तीय सहायता प्रदान करना है। यह यूरोपीय संघ के उधार के माध्यम से वित्तपोषित किया जाएगा और इसका लक्ष्य यूरोपीय रक्षा और औद्योगिक आधार को मजबूत करना, महत्वपूर्ण रक्षा उपकरणों के उत्पादन को बढ़ावा देना और यूरोपीय रक्षा को मजबूत करना है।
कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने एक बयान में कहा, ‘SAFE में कनाडा की भागीदारी से सैन्य क्षमता की कमियों को दूर किया जाएगा, इससे कनाडाई निर्यातकों के लिए मार्केट का विस्तार होगा, और कनाडा में यूरोपियन रक्षा निवेश को बढ़ावा मिलेगा।’ गौरतलब है कि कनाडा पहला गैर-यूरोपीय देश है जिसे रक्षा फंड में शामिल किया गया है। मार्क कार्नी ने कहा कि इससे कनाडा और यूरोपीय देशों के रिश्तों में भी मजबूती आएगी।
अमेरिका से दूर हो रहा कनाडा
अभी तक कनाडा के हर एक डॉलर के सैन्य खर्च में से 70 सेंट अमेरिका को जाते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। इसे साफ तौर पर कनाडा के अमेरिका पर निर्भरता कम करने के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कनाडा के खिलाफ व्यापार युद्ध शुरू करने और कनाडा को अमेरिका का 51 राज्य बनाने के सुझाव से दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ी खटास आई है। कनाडा के लोगों में इसे लेकर भारी नाराजगी है। कनाडा, अमेरिका से एफ-35 लड़ाकू विमानों की डील की भी समीक्षा कर रहा है और अब स्वीडन से रक्षा खरीद करने पर विचार कर रहा है।
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