पिछले सप्ताह सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के चलते बिगड़े मौसम में अभी अपेक्षित सुधार नहीं हो सका है कि एक बार फिर से मौसम बारिश के आसार दिखाई पड़ने लगे हैं।
मौसम विभाग के एडवाइजरी के अनुमान के अनुसार 11 मार्च को तेज हवाओं संग बारिश हो सकती है। उधर मौसम में चल रहे उतार-चढ़ाव को देखते हुए किसानों की धड़कन बढ़ी हुई है।
माना जा रहा है कि जो मौसम चल रहा है उससे लगभग तैयार हो चुकी दलहन-तिलहन फसल को नुकसान पहुंच सकता है तो बालियां लेती गेहूं के लिए भी हवा व बारिश नुकसानदेह ही साबित होगी।
कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि हवाओं की दिशा में बदलाव के कारण आगामी सप्ताह में हल्के-फुल्के बादलों के साथ साफ मौसम रहने की संभावना है।
जिससे दिन में अच्छी धूप देखने को मिलेगी। साथ में हवा की गति भी सामान्य लगभग 6 से 8 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से रहेगी। हालांकि 10 मार्च से पश्चिमी विक्षोभ के फिर सक्रिय होने से मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा जिससे 11 मार्च से तेज हवाओं व बारिश का भी समावेश देखा जा सकता है।
बताया कि साफ मौसम को देखते हुए किसानों को चाहिए कि सब्जी की तैयार नर्सरी की रोपाई कर दें। फसलों में नमी की स्थिति को देखते हुए सिचाई की व्यवस्था करनी चाहिए।
आम के बौर को माहों से बचाने के लिए इमिडाक्लोप्रिड एक मिली दवा प्रति लीटर पानी की दर से घोल तैयार कर छिड़काव करना लाभकारी होगा। बताया कि उर्द व मूंग की बोवाई का यह उचित समय है।