उत्तर प्रदेश में बीते दिनों से हो रही बारिश और बाढ़ ने तबाही मचाई है। पिछले 24 घंटे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। राज्य के राहत आयुक्त कार्यालय से बृहस्पतिवार रात मिली रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में गोरखपुर के तीन, हरदोई के दो और संभल, रायबरेली, चित्रकूट, कौशांबी और संत कबीर नगर के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।
13 जिले बाढ़ से प्रभावित
जानकारी के मुताबिक, राज्य के 13 जिले लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर, बलिया, गोरखपुर, उन्नाव, हरदोई, अयोध्या, बदायूं, महाराजगंज और बस्ती बाढ़ से प्रभावित हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, गोरखपुर में राप्ती नदी, सिद्धार्थनगर में बूढ़ी राप्ती और गोंडा में कुआनो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
नदियों का बढ़ा जलस्तर
बता दें कि बीते दिनों से पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश, बैराजों से छोड़े जा रहे पानी और यमुना की सहायक नदियों में बाढ से प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों के जलस्तर में तेजी से वृद्धी हो रही है। गंगा में तेजी से बढ़ रहे जलस्तर से मलाक हरहर और बेली के बीच निर्माणाधीन सिक्स लेन ब्रिज के केबल वाले हिस्से का काम रोक कर दिया गया है। संगम क्षेत्र में निर्माणाधीन दशाश्वमेध घाट, किला घाट में निचले हिस्से मे भी काम भी प्रभावित हुआ है। शास्त्री ब्रिज से संगम नोज तक गंगा प्रवाह के लिए बनाया गया नया चैनल पानी में डूबने के साथ इसी के बगल में गंगा के ऊपर बन रहे रेलवे पुल का काम भी रोक दिया गया है।
वहीं, फर्रुखाबाद में रामगंगा का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है और खतरे के निशान के नजदीक पहुंच गया है। रामगंगा में बाढ़ से लगभग दो दर्जन गांवों का प्रभावित हो गए है। मुख्य सड़क पर पानी भरने से गांवों का सम्पर्क भी टूट गया है। सड़क पर पानी भरने से आवागमन में भी काफी दिक्कतें हो गयी है। छोटे वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है बड़े वाहनों को सड़क से गुज़ारा जा रहा है।