यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित होने जा रहे 27405 स्कूलों के 56 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर है। बोर्ड इन छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र जारी करने के बाद नाम या अन्य सूचनाएं सुधारने का एक और मौका देने जा रहा है। यह पहली बार होगा की प्रवेश पत्र छपने के बाद अभ्यर्थियों को नाम, माता-पिता के नाम आदि में संशोधन का मौका मिलेगा।

बोर्ड ने प्रवेश पत्र पर इस आशय की जानकारी छापी है कि अभिभावक अपने लड़के या लड़की का नाम व अन्य सूचनाएं चेक कर लें। यदि कोई त्रुटि रह गई है तो संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य से संपर्क कर उसे सुधरवा लें। इसके लिए परिणाम घोषित होने से पहले एक बार और वेबसाइट खोली जाएगी। इस साल बोर्ड ने पहली बार अभिभावकों से भी नाम सही होने का प्रमाणपत्र लिया है।
वेबसाइट पर एक बार संशोधन हो चुका है। लेकिन इसके बावजूद बोर्ड एक और मौका देने जा रहा है ताकि नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि आदि में संशोधन के लिए छात्र-छात्राओं को परेशान न होना पड़े। हाईकोर्ट के आदेश पर इस बार बोर्ड अंग्रेजी व हिन्दी दोनों भाषाओं में अंकपत्र सह प्रमाणपत्र जारी करने जा रहा है। इसके चलते नाम में त्रुटि होने की आशंका भी दोगुनी हो गई है। बोर्ड का लक्ष्य है कि एक भी बच्चा संशोधन के लिए भटकता दिखाई न पड़े।10वीं-12वीं के प्रवेश पत्र 31 जनवरी तक स्कूलों को मिल जाएंगे। बोर्ड जिला विद्यालय निरीक्षकों को 25 जनवरी तक परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र, उपस्थिति पत्रक, परीक्षा केंद्रवार नामावली आदि उपलब्ध कराएगा। जो 31 जनवरी तक स्कूलों को भेजे जाएंगे। इसके बाद फरवरी के पहले सप्ताह में छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र मिलेंगे।
Live Halchal Latest News, Updated News, Hindi News Portal