किसान और सरकार के बीच जारी तपिश के चलते कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी चौथी बार पश्चिम के रण में गरजेंगी। रविवार दोपहर 12 बजे सरधना विधानसभा के कैली गांव में वह किसानों के मन को टटोलेंगी और कांग्रेस को मजबूत करने के लिए आशीर्वाद मांगेंगी। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने अपने अभियान की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से की है।
कैली गांव में किसान महापंचायत की तैयारियों को शनिवार को अंतिम रूप दिया गया। महापंचायत स्थल पर दो मंच तैयार किए गए हैं। एक मंच कांग्रेस के वीआईपी नेताओं के लिए तैयार किया गया है। जिस पर प्रियंका गांधी के साथ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमाल लल्लू सहित वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। दूसरे मंच पर स्थानीय और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश काजला ने बताया कि इस महापंचायत के लिए आसपास के सभी गांवों से जनसमर्थन मिल रहा है।
किसान महापंचायत में प्रियंका के कद को देखते हुए भीड़ जुटाना कांग्रेसियों के लिए बड़ी चुनौती होगा। क्योंकि जिस क्षेत्र में कांग्रेस ने यह जनसभा रखी है, वहां किसान आंदोलन का कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है। गांव कैली ठाकुर चौबीसी में आता है। इसके पास सिर्फ रुहांसा और सकौती गांव ऐसे हैं, जहां मुस्लिम और जाट बिरादरी के लोग हैं। बाकी गांव ठाकुर और गुर्जर बिरादरी के हैं। इस क्षेत्र में अभी तक भी किसान आंदोलन का कोई असर नजर नहीं आया है। इसे दबी जुबान से कांग्रेसी भी स्वीकार कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता हरिकिशन आंबेडकर के अनुसार पचास हजार से ज्यादा भीड़ का लक्ष्य रखा गया है। इस किसान महापंचायत के लिए काफी समय से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता मेहनत कर रहे हैं। उनके अनुसार महापंचायत कैली गांव में रखने के पीछे यहां दूसरे जनपदों से आने वाली भीड़ भी है। महापंचायत में शामली और मुजफ्फरनगर के साथ ही हस्तिनापुर विधानसभा से बड़ी संख्या में लोग पहुंचेंगे।