मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में 8 दिसंबर को विभिन्न संगठनों के आंदोलन और बंद प्रस्तावित हैं। इसके मद्देनजर सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान पूरी सतर्कता बरतें। लगातार पेट्रोलिंग की जाए।
उन्होंने किसानों के प्रस्तावित बंद को लेकर अफसरों को किसान संगठनों से बातचीत करने को कहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को बताया जाए कि राज्य सरकार उनके हित में लगातार काम कर रही है। सीएम ने ये बातें अपने सरकारी आवास पर विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि किसानों से एमएसपी पर उपज खरीदी जा रही है। उन्हें बीज, खाद व सिंचाई की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को धान क्रय केंद्रों पर कोई दिक्कत नहीं आनी चाहिए। उन्हें 72 घंटों के भीतर भुगतान सुनिश्चित किया जाए। इसमें देरी होने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
वहीं, किसानों से गन्ने की खरीद समय से सुनिश्चित की जाए। जिन गो आश्रय स्थलों में एक हजार गोवंश हैं, वहां बायोगैस बनाने के लिए इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से बात की जाए। इसे ध्यान में रखकर योजना बनाई जाए।
मुख्यमंत्री ने उद्योगों की जरूरत के हिसाब से जनशक्ति तैयार करने के निर्देश देते हुए कहा कि निवेशकों को सभी बुनियादी सुविधाएं समय पर उपलब्ध कराई जाएं। प्रदेश में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी संग्रह हो सकता है। इस पर रणनीति बनाकर काम किया जाए। आत्मनिर्भर पैकेज का लाभ प्रत्येक लाभार्थी को समय से मिलना चाहिए।