विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) देश की दस महान विभूतियों के नाम पर विभिन्न विश्वविद्यालयों में शोध पीठ स्थापित कर रहा है। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश भेज दिए गए हैं। हर विश्वविद्यालय में इनमें से तीन विभूतियों के नाम पर शोध पीठ बनानी होगी।
छह करोड़ की लागत से बनाने का प्रस्ताव भेजा
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में भारत की पहली महिला चिकित्सक डॉ. आनंदी बाई गोपालराव जोशी, महिला एवं शिक्षा सुधार के लिए काम करने वाली पद्मभूषण हंसा मेहता और विज्ञान में शोध कार्य पूरा करने वाले पहली भारतीय महिला कमला सोहनी के नाम पर शोध पीठ बनेगी। छह करोड़ रुपये की लागत से इन पीठ को बनाने को प्रस्ताव यूजीसी को भेज दिया गया है। कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने बताया कि यूजीसी के निर्देश पर विवि के सभी अफसरों के साथ बैठक कर पीठ का खाका खींचा गया है। इनमें संबंधित विषयों के छात्र शोध कर सकेंगे। हर पीठ पर एक प्राध्यापक की नियुक्ति होगी। प्रति पीठ करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे।
विश्वविद्यालयों में इनके नाम बनेगी पीठ
नाम – उपलब्धि — विषय
लीलावती : सिद्धांतशिरोमणि के रचयिता महान गणितज्ञ भास्कराचार्य की पुत्री और महान गणितज्ञ – गणित
लल्लेश्वरी : 14वीं सदी में भक्ति परंपरा में शैव मत में रहस्यवादी कश्मीरी कवयित्री – कविता और रहस्यवाद
अमृता देवी बेनीवाल : 18 सदी में खेजड़ली आंदोलन की जननी, जोधपुर महाराजा द्वारा हरे पेड़ काटने के विरोध में आंदोलन कर तीन पुत्रियों संग बलिदान दिया। – वन एïवं वन्य जीवन
देवी अहिल्या बाई होल्कर : मालवा राज्य की रानी, जनकल्याणकारी प्रशासनिक सुधार करने के लिए प्रसिद्ध – प्रशासन
आनंदीबाई गोपालराव जोशी : पहली भारतीय महिला डॉक्टर, 1886 में डिग्री ली – औषधि एïवं स्वास्थ्य
पद्मभूषण हंसा मेहता : सुधारवादी लेखिका, संविधान सभा की घटक समिति की सदस्य : शैक्षिक सुधार
पद्मविभूषण महादेवी वर्मा : महान छायावादी कवयित्री : साहित्य
कमला सोहनी : विज्ञान में शोध करने वाली प्रथम भारतीय महिला, खाद्य पदार्थों में मौजूद प्रोटीन पर शोध : विज्ञान
पद्मभूषण रानी गाइदिनल्यू : नागालैंड में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ छापामार युद्ध करने वाली स्वतंत्रता सेनानी – स्वतंत्रता सेनानी पूर्वोत्तर
एमएस सुब्बुलक्ष्मी : कर्नाटक शैली की शास्त्रीय गायिका। पहली संगीतज्ञ, जिन्हें भारत रत्न मिला। : संगीत एवं अभिनय कला
कुलपति का ये है कहना
देश के महान विभूतियों के नाम पर शोध पीठ से छात्र शोध के साथ इन विभूतियों के भी जानेंगे। इनसे प्रेरणा लेकर जन सरोकारों से जुड़े शोध कार्य करेंगे।